What is Affidavit Hindi – इसका अर्थ है शपथ पत्र वर्तमान समय में इस्तेमाल किया जाने वाला एक सरकारी प्रपत्र है। आज के समय में हम कोई भी काम शुरू करने से पहले या खत्म करने के लिए हमें उस स्थान पर अपना लिखित दस्तावेज़ जमा करना होता है। जिसमें सभी जानकारी सही रूप से दर्ज़ की जाती है। वैसे तो यह कई कार्यो को पूरा करने के लिए किया जाता है।
इसमें व्यक्ति अपनी प्रार्थना का लिखित विवरण प्रस्तुत करता है, यह विवरण वह अधिकृत जैसे नोटरी पब्लिक या ओथ कमिश्नर के सामने प्रस्तुत करते है या किसी भी सरकारी एवं गैर सरकारी संस्था में जमा किया जा सकता है।
What is Affidavit Hindi (Affidavit क्या होता है)
Affidavit को शपथ पत्र एवं हलफनामा भी कहा जाता है। यह एक ऐसा लिखित प्रारूप है, जो न्यायालय या मजिस्ट्रेट के द्वारा नियुक्ति शपथपत्र अधिकारी के सामने, शपथकर्ता द्वारा अपनी सहनभूति द्वारा इसके लिए उसपर कोई दबाव नहीं है ऐसी प्रतिज्ञा देते है। शपत पत्र न्यायालय का अधिकारी ही बनता है और जो बनवा रहता है उसकी सहमति सही यह Affidavit बनता है।
जैसे हम की अगर हम किसी कॉलेज में एड्मिशन लेना चाहते है परन्तु हमारी पढाई में किसी कारण से गैप आ गया है तो इसकी जानकारी देने के लिए की यह गैप क्यों आया है और उस गैप के दौरान तुम क्या कर रहे थे इन सभी का लिखित विवरण शपथ पत्र में लिखकर अधिकारी से स्टाम्प लगवा कर अपने कॉलेज में जमा कर सकते है। यह प्रमाण भी बहुत जरुरी होता है इससे हम अपनी जानकारी को एक पत्र के रूप जमा कर सकते है जिससे आपको पढ़ाई में हुई गैप का प्रमाण बार बार किसी सत्यापित करने की आवश्यकता नहीं है।
What is Affidavit Hindi
पहले के समय में एफिडेविट 10 रुपए में भी बन जाता था, लेकिन आज के समय में कम से कम 50 रुपए तक का एफिडेविट तैयार होता है। इसका अनुमान बता पाना मुश्किल है की एक हलफनामा कितने में तैयार होता है सभी जगह पर यह पर इसको बनवाने की कीमत अलग है। शपत पत्र में जो बयान दिए जाते है वह सही होते है इसलिए इससे सत्यता का प्रमाण भी कह सकते है। परन्तु अगर इसमें दी गई जानकारी गलत है, तो इसके लिए affidavit बनवाने वाले व्यक्ति पर कड़ा एक्शन लिया जा सकता है।
एफिडेविट तभी तक मान्य रहता है, जब तक उसमे सुधार करने के लिए आवेदक नया एफिडेविट नहीं बनवा लेता है। नया शपथ बनवाने के बाद पुराने वाले पत्र की कोई मान्यता नहीं रहती है। वह रद्द कर दिया जाता है।
हलफनामा (Affidavit) के प्रयोग कहाँ होता है ?
What is Affidavit Hindi
हलफनामा (Affidavit) कई कामो में प्रयोग आता है यह कार्य सरकारी और गैर सरकारी भी हो सकता है यह कार्य नीचे निम्नलिखित है :-
- जन्मप्रमाण पत्र
- मरीज सर्टिफिकेट
- कॉलेज के अड्मिसिशन में गेप हो जाने पर।
- उच्च न्यायालय में गवह की गवाही के रूप में।
- कोई भी निजी दस्तावेज़ कम होने पर उसके बदले हलफनामा जमा कर सकते है।
- प्राइवेट नौकरी के लिए भी affidavit बनवा सकते है।
- मृत्यु प्रमाण पत्र
Affidavit की आवश्यक बिंदु निम्न्लिखित है :-
- आपको Affidavit की आवश्यकता है तभी इसे बनवाइए।
- न्यायालय की उचित राशि की पुष्टि कर ले।
- शपथ की सामग्री के सत्यापन को निर्धारित तरीके से सही से सत्यापित किया हो।
- Affidavit पत्र का सत्यापन या तो शपथ आयुक्त द्वारा या नोटरी द्वारा किया गया हो।
- सभी बिन्दुओं की शपथ लेने की विषय वस्तु को अलग-अलग भागो में स्पष्ट रूप से लिखित होना चाहिए।
- शपत पत्र का कई स्थानों पर प्रयोग किया जाता है, जैसे सरकारी कामो में या गैर सरकारी कामो में।
एफिडेविड गलत देने पर दंड प्रावधान
- अगर कोई भी व्यक्ति जानबूझ कर सरकार को गलत शपत पत्र देगा उसमे गलत जानकारी दर्ज़ कराकर अधिकारी के पास जमा करेगा या न्यायालय के सामने वह व्यक्ति Affidavit प्रस्तुत कर देता है तो भारतीय दंड संहिता के अंतर्गत न्यायालय द्वारा उस व्यक्ति पर मुकदमा दायर करने के आदेश दे सकते है।
- सरकारी या गैर सरकारी संस्था में गलत शपत पत्र जमा करने पर उस व्यक्ति को, जिसने गलत शपत पत्र बनवाया है। उसे सरकार द्वारा ज्यादा से ज्यादा सात वर्षो की सजा मिल सकती है, और उस पर कड़ी करवाई की जाएगी। एवं न्यायलय को यह अधिकार भी मिला हुआ है की वह गलत सबूत जमा करवाने के आरोप में आरोपी को 3 साल की सजा भी दे सकती है।
- झूठ साबित होने पर आरोपी को गलत गवाही शपथ पत्र देने के इल्जाम में कानून द्वारा तुरंत एक्शन लेगी और मुजरिम को सख्त से सख्त सजा का फैसला सुना सकते है।
भारत में कई राज्य है एवं सभी राज्यों में शपथ पत्र बनाने की फ़ीस अलग-अलग होती है, कहीं पर शपथ पत्र की फीस 100 है तो कही इसकी फीस 100 से अधिक एवं कम भी है। यह हिंदी इंग्लिश किसी भी भाषा में बनवाया जा सकता है लेकिन हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में यह इंग्लिश भाषा में ही जमा करना पड़ता है।
यहाँ अथॉरिटी पर निर्भर करता है क्योकि हलफनामा पर अथॉरिटी का स्टम्प लगता है, और यहाँ अथॉरिटी यह तय करती है, की किस व्यक्ति को किस चीज के लिए शपत पत्र चाहिए। उसके अनुसार अथॉरिटी स्टाम्प की फीस तय करती है। इसलिए भी यह निर्धारित करना मुश्किल है, की शपत पत्र को बनवाने के लिए कितने रुपए फीस लगेगी।
हलफनामा (Affidavit) प्रकार के होते है ?
हालनामा पत्र तीन प्रकार के होते है। यह तीन प्रकार निम्नलिखित है :-
- पहला शपत हम जाति प्रमाण पत्र या मैरिज रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट, जन्म प्रमाण पत्र या मूल निवास प्रमाण पत्र इत्यादि के लिए सरकारी एवं गैर सरकारी कार्यो के लिए बनवाते है। ऐसी जगहों पर भी affidavit का प्रयोग किया जाता है। आप इसका प्रयोग प्राइवेट स्थानों पर भी कर सकते है, लेकिन ध्यान रहे एफिडेविट में दी गई सभी जानकारिया सही होनी चाहिए। वरना आपको इसकी कड़ी सजा मिल सकती है।
- दूसरे शपत पत्र से हमारा अर्थ है वह पत्र जो हम कोर्ट यानि न्यायालय में जमा कराते है। यह पत्र भी दो प्रकार के होते है। एक मुजरिम द्वारा मौखिक पत्र दूसरा गवाह द्वारा शपत पत्र यह निचे निम्नलिखित है :-
- पहला यह शपत पत्र गुनेहगार देता है न्यायालय में यह पत्र न्यायाधीश के समक्ष ही दिया जाता है इसमें मुजरिम मौखिक रूप से शपत बोलकर उसे पेपर पर लिखित कर देता है।
- दूसरा जो गवाह देता है न्यायालय में यहाँ वाला शपत पत्र अधिकतम चैक बांउस हो जाने पर एवं किसी सिविल वादो और विवादों में गवाही का काम करता है यह शपत पत्र एक खाश प्रकार के पेपर पर दिया जता है उसपर न्यायलय का नाम भी अंकित होता है। इसमें अटरेस्ड कमिश्नर करता है फिर हम कोई भी नया विवाद पत्र एन आई एक्ट को भी धार कर सकते है। इनसभी के साथ शपत पत्र शामिल किया जाता है, जरूरी है की शपत पत्र की सभी जानकारी सत्य हो।
- तीसरा हलफनामा पत्र उज्ज न्यायलय एवं सुप्रीम कोर्ट में दिया जाता है। यह पूरा इंग्लिश में होना चाहिए। एवं पाह पार्टिओं के साथ दिया जाता है। यह हलफनामा में दी गई जानकारिया सही होनी चाहिए। इसमें ग़लत जानकारी दर्ज करने का पता चलने पर आपको कड़ी सजा दी जा सकती है।
यह भी पढ़े -: Hindi Patra Lekhan – पत्र लेखन |
एफिडेविट को अभिप्रमाणित के करना है ?
भारत सरकार के द्वारा अधिकृत अधिकारी अटेस्टेड नोटरी अधिकारी के द्वारा आप अपना को भी 50 रुपयों की स्टाम्प वाला affidavit वह चाहे जातिप्रमाण पत्र, फिर मैरिज सटिफिकेट के लिए या जन्मप्रमाण पत्र के लिए हो उन सभी को अभिप्रमाणित करवा सकते है।
न्यायालयों के सामने प्रस्तुत करने वाले शपत पत्र को ओथ कमिश्नर के द्वारा अभिप्रमाणित किआ सकते है। यह पर शपत पत्र के लिए स्टेम्प की आवश्यकता नहीं होती है। क्योकि वह साधारण पाई के पेपर पर लिखित होते है और उन न्यायालय का नाम लिखा होता है।
गवाह का शपथ पत्र कैसे बनाए ?
गवाह शपत पत्र से हमारा अर्थ है की वह लिखित प्रपत्र जो न्यायालय के सामने गवाह द्वारा प्रस्तुत किये जाते है। यह पत्र एक पाई पेपर पर लिखे होते है, इसके लिए कोई भी स्टाम्प की जरुरत नहीं पड़ती है। इस पर न्यायालय का नाम भी अंकित होता है एवं मुक़दमे के लिए यह बनवाया जाता है। यह पत्र गवाह की गवाही के रूप का एक लिखित विवरण होता है।
वह शपत पत्र में वह जानकारी लिखवाई जाती है जो वह न्यायालय में अधिकारियों के सामने देगा। एवं उस पर टाइम और मुक़दमे का नम्बर भी लिखता है। गवाह उसमे सारी जानकारी और गवाही को सही- सही लिखता है। उसके गलत होने पर गवाह पर भी झूठे सबूत पेश करने पर मुकदमा हो सकता है। इसलिए शपत पत्र को ध्यान पूर्वक पढ़ कर ही कोर्ट में पेश कीजिये जब तक आप संतुष्ट नहीं हो जाते की यह जानकारी बिलकुल सही सही अंकित है।
What is Affidavit Hindi FAQ
Affidavit की भाषा किसी होनी चाहिए ?
Affidavit क्या है ?
शपत पत्र कितने प्रकार के होते है ?
affidavit को हिंदी में क्या कहते है ?