माननीय मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जी ने राज्य की गर्भवती महिलाओं के लिए राजस्थान इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना की शुरुआत की है।
इस योजना के अंतर्गत गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं को 6000 रूपये पांच किस्तों में दिए जाएंगे।
वे इच्छुक उम्मीदवार महिलाएं जो राजस्थान इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना 2023 के लिए आवेदन करना चाहते है वे आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते है।
इस योजना के साथ साथ अगर राजस्थान के मुख्यमंत्री जी के द्वारा राजश्री शुभलक्ष्मी योजना को भी शुरू कर दिया गया है जिसके तहत आपको किश्तों के रूप में 50 हजार की राशि प्रदान की जाएगी। अधिक जानने के लिए दूसरा आर्टिकल पढ़ें।
राजस्थान इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना क्या है ?
राजस्थान सरकार ने मातृ दिवस के अवसर पर दूसरी संतान के जन्म होने पर इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना की शुरुआत की है। राज्य सरकार की यह योजना केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना की पूरक है।
इस योजना के अंतर्गत माता के बेहतर स्वास्थ्य और बच्चे के पोषण के लिए 6000 रूपये प्रोत्साहन राशि के रूप में दिए जाएंगे। यह राशि लाभार्थी महिला को अलग-अलग चरणों में निर्धारित शर्तों को पूरा करने पर दी जाएगी।
इस प्रोत्साहन राशि के माध्यम से माता और बच्चे दोनों के स्वास्थ्य का बेहतर ढंग से ध्यान रखने में समर्थ होगी और माताओं को बच्चे के पोषण में मदद मिलेगी।
इन दोनों योजनाओं का संचालन महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा किया जाता है। माताओं को पर्याप्त राहत और पोषण के लिए इस योजना के अंतर्गत 5 वर्षों में लगभग 3.75 लाख महिलाओं पर 225 करोड़ रूपये खर्च किये जाएंगे।
Indira Gandhi Matritva Poshan Yojana 2023 Highlights
योजना का नाम | इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना |
लाभार्थी | राज्य की गर्भवती महिलाएं |
प्रोत्साहन राशि | 6000 रूपये |
आवेदन मोड़ | ऑनलाइन |
आधिकारिक वेबसाइट | wcd.rajasthan.gov.in |
इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना के अंतर्गत क़िस्त
शर्ते एवं पहली क़िस्त | ||
किश्त | शर्त | राशि (रूपये में) |
पहली | गर्भावस्था जाँच एवं पंजीकरण होने पर | 1000 |
दूसरी | कम से कम दो प्रसव पूर्व जांचे पूरी होने पर | 1000 |
तीसरी | बच्चे के जन्म पर | 1000 |
चौथी | बच्चे के साढ़े तीन माह की उम्र तक के सभी नियमित टीके लग जाने व नवजात बच्चे का जन्म पंजीकरण होने पर | 2000 |
पांचवी | दूसरी संतान के बाद दम्पति द्वारा संतान उत्त्पत्ति के ३ माह के भीतर स्थायी परिवार नियोजन साधन अपनाए जाने या महिला द्वारा कॉपर टी लगवाये जाने पर | 1000 |
कुल राशि | 6000 |
इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना हेतु ऑनलाइन आवेदन
इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना में ऑनलाइन अप्लाई करने के लिए महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा अभी तक कोई आधिकारिक वेबसाइट जारी नहीं की गई है।
वे इच्छुक महिलाएं जो राजस्थान इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना में आवेदन करना चाहती है उन्हें फिलहाल अपने नज़दीकी आंगनबाड़ी केंद्र में जाकर इस योजना के आवेदन फॉर्म भरने होंगे।
आवेदन फॉर्म को भर कर आपको आंगनबाड़ी केंद्र की कार्यकत्री के पास जमा करवाना होगा। इसके बाद आपको इन किश्तों का लाभ मिलना शुरू हो जाएगा।
इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना महत्वपूर्ण दस्तावेज
- पासपोर्ट साइज फोटो
- आधार कार्ड
- निवास प्रमाण पत्र
- बैंक खाता पासबुक
- हॉस्पिटल द्वारा जारी स्वास्थ्य कार्ड
- मोबाइल नंबर
इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना का उद्देश्य
इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना का मुख्य उद्देश्य गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं और 3 साल तक के बच्चो के स्वास्थ्य और पोषण की स्थिति में सुधार लाकर जन्म के समय कम वजन और दुर्बलता की घटनाओं को कम करना है।
इस योजना के अंतर्गत दूसरी संतान के जन्म होने पर लाभार्थी महिलाओं को 6000 रूपये की प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाएगी।
Indira Gandhi Matritva Poshan Yojana Eligibility
- उम्मीदवार महिला राजस्थान राज्य की स्थायी निवासी होनी चाहिए।
- स्तनपान कराने वाली माताएं आवेदन हेतु पात्र होंगी।
- दूसरी संतान को जन्म देने वाली महिलाएं आवेदन हेतु पात्र होंगी।
- उम्मीदवार महिला का किसी भी बैंक में खाता होना चाहिए और खाता आधार से लिंक भी होना चाहिए।
IGMPY योजना का क्षेत्र
उम्मीदवार ध्यान दें राजस्थान इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना राजस्थान राज्य के चार जिलों में लागू की जाएगी जिनके बारे में हम आपको नीचे दिए गए पॉइंट्स के माध्यम से जानकारी देने जा रहें है। ये पॉइंट्स निम्न प्रकार है –
- उदयपुर
- बांसवाड़ा
- प्रतापगढ़
- डंगूरपुर
IGMPY के लाभ एवं इसकी विशेषताएं
- प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी की 103 वीं जयंती पर राजस्थान सरकार द्वारा 19 नवंबर 2020 को शुरू की गई थी।
- इस योजना के अंतर्गत लाभार्थी महिलाओं को प्रोत्साहन राशि के रूप में 6000 रूपये प्रदान किये जाएंगे।
- योजना के अंतर्गत दी जाने वाली अगल-अलग पांच चरणों में निर्धारित शर्त पूरी करने पर दी जाएगी।
- महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा इस योजना का संचालन किया जा रहा है।
- इस योजना में 75 हजार लाभार्थी महिलाओं पर 45 करोड़ रूपये तक का खर्च आने वाला है।
- प्रोत्साहन राशि का भुगतान लाभार्थी महिलाओं के बैंक खाते के माध्यम से ट्रांसफर किया जाएगा।
- वे महिलाएं जिनकी पहले से एक संतान है वह अपनी दूसरी संतान को जन्म देने वाली है तो उन महिलाओ को इस योजना का लाभ मिलेगा।
- इस योजना में 5 सालो में लगभग 225 करोड़ रूपये तक खर्च किया जाएगा।
- इस योजना के माध्यम से माता और बच्चे के स्वास्थ्य एवं पोषण बेहतर होगा।