500 रुपये के नोट को बंद करने को लेकर एक खबर वायरल हो रही है। इस खबर में बताया जा रहा है कि अब स्टार () चिन्ह वाला 500 रुपये का नोट नहीं चलेगा। हाल ही में आरबीआई ने लोगों की चिंताओं को दूर करते हुए 500 के नोट पर ताजा अपडेट दिया है। रिजर्व बैंक ने इस पर जवाब दिया है कि इस प्रतीक बैंकनोट की वैधता किसी भी अन्य कानूनी बैंक नोट के समान है, और यह प्रतीक डायनामिक सुरक्षा के लिए होता है जिससे नकली नोटों की रोकथाम होती है। PIB Fact Check ने भी इस खबर को फर्जी बताया है और बताया है कि स्टार चिन्ह () वाले नोट का मौजूदा स्थिति में कोई बदलाव नहीं हुआ है, और यह चिंता का कारण नहीं होना चाहिए।

क्या है वायरल मैसेज में: “पिछले 2-3 दिनों से * चिह्न वाले ये 500 के नोट बाजार में चलन शुरू हो गए हैं। ऐसा नोट इंडसइंड बैंक से लौटाया गया है, यह नकली है नोट, आज एक मित्र को एक ग्राहक से ऐसे 2-3 नोट मिले, लेकिन ध्यान देने के कारण उन्होंने तुरंत वापस कर दिएद्ध ग्राहक ने यह भी कहा कि यह नोट किसी ने सुबह दिया था। अपना ध्यान रखना। बाजार में नकली नोट ले जाने वाले फेरीवालों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है।
क्यों लगाया जाता है स्टार निशान: आरबीआई के मुताबिक, स्टार का निशान ऐसे नोट में लगाया जाता है, जिसे गलत छपे हुए या किसी गलती की वजह से इस्तेमाल के लायक न रहने वाले नोट की जगह पर बदला जाता है। सीरियल नंबर वाले नोटों की गड्डी में गलत ढंग से छपे नोट के बदले स्टार निशान वाले नोट जारी किए जाते हैं।
वर्ष 2006 से इसका इस्तेमाल: आरबीआई के अनुसार, स्टार निशान वाले नोट का चलन वर्ष 2006 से शुरू किया गया। इसका मकसद नोट की छपाई को आसान बनाने और लागत को कम करने के लिए था। इससे पहले रिजर्व बैंक गलत छपने वाले नोट को उसी नंबर के सही नोट से बदलता था। हालांकि, नए नोट के छपने तक पूरे बैच को अलग रखा जाता था, जिससे लागत और समय दोनों बढ़ते थे। इसी वजह से स्टार निशान का तरीका लागू किया गया, जिससे खराब हुए नोट को तुरंत बदला जा सके।
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