अन्तर राष्ट्रीय स्तर पर अलग-अलग महाद्वीपों के देशों द्वारा दुनिया में सामंजस्य बनाने के लिए अनेक संगठनों को बनाया है। इन संगठनों के द्वारा वैश्विक स्तर पर विकास कार्य एवं शांति स्थापित करने के प्रयास किये जाते हैं। हाल में भारत में G20 समूह का 18वां शिखर सम्मेलन आयोजित हो रहा है।
जी-20 वर्तमान में चर्चाओं में है। इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको जी-20 से सम्बंधित जानकारी जैसे G20 क्या है? इसकी उत्पति कैसे हुई? इसमें शामिल देशों की सूची, इसके कार्य आदि जानकारी प्रदान करेंगें।
G20 क्या है?
विश्व बैंक एवं अन्तर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष के गवर्नर्स, यूरोपीय संघ एवं 19 बड़ी अर्थव्यवस्थाओं वाले देशों के समूह का नाम G20 है। इसे ग्रुप ऑफ़ 20 (Group of Twenty) भी कहा जाता है। यह इसके सदस्यों का एक आर्थिक सहयोग संगठन है।
यह समूह वैश्विक अर्थव्यवस्था से सम्बंधित मुद्दों पर कार्य करता है। जी-20 में सम्मिलित सभी देश दुनियां का GDP 80% से अधिक भाग बनाते हैं। यह समूह अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार के 75% एवं दुनियां की 60% आबादी का प्रतिनिधित्व करता है।
जी-20 की उत्त्पत्ति
26 सितंबर 1999 को एशियाई वित्तीय संकट के बाद वित्त मंत्रियों एवं केंद्रीय बैंक के गवर्नरों के लिए वैश्विक स्तर पर अर्थव्यवस्था सम्बंधित चर्चाओं के लिए G7 द्वारा इस संगठन को बनाया गया।
2008 के वित्तीय संकट के दौरान विश्व के बड़ी अर्थव्यवस्था वाले देशों की सर्व सहमति से यह निर्णय लिया गया की प्रतिवर्ष G 20 के प्रतिनिधियों के लिए शिखर सम्मेलन आयोजित किया जायेगा। इस समूह में शामिल देशों के वित्त मंत्री एवं केंद्रीय बैंक के गर्वनर सहित विश्व बैंक एवं IMF के प्रतिनिधि साल में 2 बार बैठक करते हैं।
G20 के सदस्य देश
जैसा कि जी-20 एक ऐसा समूह है जिसमें विश्व बैंक, अन्तर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष, यूरोपियन संघ एवं अन्य 19 देश शामिल हैं उन सभी देशी की सूची इस प्रकार है:
- अर्जेंटीना
- ऑस्ट्रेलिया
- ब्राजील
- कनाडा
- चीन
- जर्मनी
- फ़्रांस
- इटली
- मैक्सिको
- रूस
- जापान
- भारत
- इंडोनेशिया
- सऊदी अरब
- तुर्की
- दक्षिण अफ्रीका
- दक्षिण कोरिया
- यूनाइटेड किंगडम
- संयुक्त राज्य अमेरिका
- यूरोपियन यूनियन का एक देश
G20 के कार्य
जी-20 एक अनौपचारिक समूह है। इसका कोई स्थाई मुख्यालय नहीं है। इसके द्वारा नीचे दिए गए दो प्रकार के कार्य किये जाते हैं:
- शेरपा ट्रैक– राजनितिक जुड़ाव, भ्रष्टाचार का विरोध, ऊर्जा, विकास आदि जैसे मुख्य कार्यों को इसके अंतर्गत किया जाता है।
- फाइनेंस ट्रैक– शिखर सम्मेलनों की बैठकों में प्रतिनिधियों द्वारा राजकोषीय मुद्दे, वित्तीय विनिमयन एवं मुद्रा पर केंद्रित इस ट्रैक द्वारा कार्य किया जाता है।
जी-20 शिखर सम्मेलनों की सूची
क्रमांक | देश | तिथि | शहर |
1 | संयुक्त राज्य अमेरिका | 14-15 नवंबर 2008 | वाशिंगटन डीसी |
2 | यूनाइटेड किंगडम | 2 अप्रैल 2009 | लंदन |
3 | संयुक्त राज्य अमेरिका | 24-25 सितंबर 2009 | पिट्सबर्ग |
4 | कनाडा | 26-27 जून 2010 | टोरंटो |
5 | दक्षिण कोरिया | 11-12 नवंबर 2010 | सियोल |
6 | फ्रांस | 3-4 नवंबर 2011 | Cannes/कान |
7 | मैक्सिको | 18-19 जून 2012 | सैन जोस डेल काबो लॉस काबोस |
8 | रूस | 5-6 सितंबर 2013 | सेंट पीटरबर्ग |
9 | ऑस्ट्रेलिया | 15-16 नवंबर 2014 | ब्रिस्बेन |
10 | तुर्की | 15-16 नवंबर 2015 | सेरिक, अंटाल्या |
11 | चीन | 4-5 सितंबर 2016 | हांगझाऊ |
12 | जर्मनी | 7-8 जुलाई 2017 | हैंबर्ग |
13 | अर्जेंटीना | 30 नवंबर-1 दिसंबर 2018 | ब्यूनस आयर्स |
14 | जापान | 28-29 जून 2019 | ओसाका |
15 | सऊदी अरब | 21-22 नवंबर 2020 | रियाद |
16 | इटली | 30-31 अक्टूबर 2021 | रोम |
17 | इंडोनेशिया | 15-16 नवंबर 2022 | नुसा दुआ, बाली |
18 | भारत | 9-10 सितंबर 2023 | नई दिल्ली |
19 | ब्राजील | 2024 | रियो डी जेनेरो |
20 | दक्षिण अफ्रीका | 2025 | – |
जी-20 को सहयोग करने वाले संगठन
G20 समूह को कार्य करने के लिए अन्तर्राष्ट्रीय संगठनों द्वारा सहयोग प्रदान किया जाता है। ये संगठन कार्य निति के लिए सलाह प्रदान करते हैं। जी-20 गर सरकारी क्षेत्रों के साथ सम्पर्क बनाये रखता है। सहायक संगठन इस प्रकार हैं:
अन्तर्राष्ट्रीय श्रम संगठन, अन्तर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष, आर्थिक सहयोग एवं विकास संगठन, विश्व बैंक, संयुक्त राष्ट्र, विश्व व्यापार संगठन एवं वित्तीय स्थाई बोर्ड
G20 के कार्य मुख्य विषयों की सूची
वैसे तो जी-20 समूह वैश्विक अर्थव्यवस्था से सम्बंधित कार्य करता है फिर भी इसके द्वारा इन विषयों में भी कार्य किया जाता है:
वित्तीय बाजार | कर एवं राजकोषीय नीति |
कृषि | व्यापार |
ऊर्जा | रोजगार |
रोजगार बाजार में महिलाओं की उन्नति | भ्रष्टाचार का विरोध |
सतत विकास एजेंडा 2030 | वैश्विक स्वास्थ्य |
जलवायु परिवर्तन | आतंकवाद |
समावेशी उद्यमशीलता | पर्यावरण |
G20 की कार्य प्रणाली
- G20 एक अनौपचारिक संगठन है इसका कोई स्थाई मुख्यालय नहीं होता है।
- जी-20 समूह का अध्यक्ष पद मध्य वार्षिक रूप से एक प्रक्रिया द्वारा रोटेट किया जाता है। यह संतलन स्थापित करने के लिए किया जाता है।
- अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए इसके सदस्य देशों को 5 समूहों में विभाजित किया जाता है। प्रतीक समूह में 4 देश से अधिक देश नहीं होते हैं।
- अध्यक्ष पद के लिए बनाये गए समूहों को भी रोटेट किया जाता रहता है।
- भारत समूह 2 में शामिल देश है इसमें दक्षिण अफ्रीका, रूस एवं तुर्की भी शामिल है।
- प्रतीक वर्ष जब अध्यक्ष बनते है तो वह पूर्व अध्यक्ष देश एवं अगले अध्यक्ष देश के साथ मिलकर कार्य करते हैं इस प्रक्रिया को सामूहिक रूप से ट्रोइका (Troika)कहते हैं।
भारत में G20 शिखर सम्मेलन 2023
भारत को वर्ष 2023 के लिए G20 का अध्यक्ष बनाया गया है इस समय भारत की राजधानी दिल्ली के प्रगति मैदान के भारत मंडपम में शिखर सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है। यह 9-10 सितंबर को होगा। इसके लिए सदस्य देशों के प्रधानमंत्री/राष्ट्रपति/चांसलर/राजा भारत आ गए हैं।
इस सम्मेलन में मुख्यतः जलवायु परिवर्तन, संगत एवं सतत विकास, स्वच्छ ऊर्जा परिवर्तन, रूस-यूक्रेन युद्ध, वैश्विक चुनैतियों, गरीबी जैसे मुद्दों पर बात की जाएगी।
G20 शिखर सम्मेलन 2023 लोगो (Logo)
भारत में आयोजित जी-20 शिखर सम्मेलन 2023 का लोगो कमल के फूल के साथ धरती है इस लोगो पर 3 रंग है जिन्हें भारत के तिरंगे से लिया गया हैं।
G20 शिखर सम्मेलन 2023 थीम (Theme)
भारत में हो रहे जी-20 शिखर सम्मेलन 2023 की थीम वसुधैव कुटुंबकम एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य है। इस थीम के अनुसार विश्व के सभी देशों को मिलजुल कर कार्य करना चाहिए एवं शांति को स्थापित करना चाहिए।
G20 से सम्बंधित प्रश्न एवं उत्तर
G-20 क्या है?
G20 का मुख्यालय कहाँ है?
G20 का पहला शिखर सम्मेलन कहाँ हुआ था?
G-20 2023 शिखर सम्मेलन की विशेषता क्या है?
G20 की स्थापना कब हुई?
G-20 में यूरोपीय संघ का प्रतिनिधित्व कौन करता है?