हरियाणा सरकार द्वारा राजकीय स्कूल के आठवीं से बारहवीं तक के छात्रों को एंड्राइड टेबलेट प्रदान करने के लिए हरियाणा टैबलेट योजना का शुभाम्भ कर रही हैं। योजना को राज्य के मुख्यमंत्री मनोहर लाल जी ने टैगोर महर्षि दयानन्द विश्विद्यालय के टैगोर ऑडिटोरियम में टैबलेट वितरण समारोह से आरम्भ किया हैं। सरकार की मुफ्त टैबलेट योजना कोरोना काल के दौरान किये कार्यों को आगे बढ़ाते हुए ऑनलाइन शिक्षा और डिजिटल लर्निंग को विस्तारित करने की हैं।
टैबलेट सिर्फ शिक्षा के प्रयोजन के लिए होगा अतः इस पर अन्य प्रकार के मनोरंजक एप नहीं चला पाएंगे। योजना को किसी राजनीतिक लाभ से दूर रखने के लिए सीएम-पीएम की तस्वीरों का प्रयोग नहीं होगा।
हरियाणा टैबलेट योजना को इस प्रकार से तैयार किया गया हैं कि इसका लाभ अनुसूचित जाति/जनजाति, पिछड़े वर्ग और गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले बच्चों को पहुंचेगा।
ये एंड्राइड आधारित टेबलेट्स पुस्तकालय योजना की तर्ज़ पर वितरित किये जाएंगे, जिसके अंतर्गत यह फ्री टेबलेट हरियाणा सरकार की संपत्ति होंगे। कोरोना महामारी से छात्रों को शिक्षा के क्षेत्र में बहुत हानि का सामना करना पड़ा हैं।
स्कूलो द्वारा ऑनलाइन शिक्षा कार्यक्रम को मज़बूती प्रदान करने के लिए सरकार भी आपने योगदान देना चाहती हैं। सरकार द्वारा टैबलेट डिवाइस को लाइब्रेरी स्कीम की तरह ही राज्य के स्कूलों में कार्यान्वित किया जायगा। ये डिवाइस सरकार की संपत्ति होंगे और इन्हे विद्यालय में वापस करना होगा।
हरियाणा टैबलेट योजना का उद्देश्य
कोरोना संक्रमण के दौरान विद्यालयों को बंद कर दिया गया था, इस कारण स्कूली (विशेषतः राजकीय विद्यालयों के छात्रों की) छात्रों की शिक्षा नहीं हो पा रही हैं। इसी समस्या के निदान के लिए राज्य सरकार हरियाणा टैबलेट योजना के द्वारा छात्रों को शिक्षा के क्षेत्र में और भी सशक्त बनाना चाहती हैं।
योजना के माध्यम से राजकीय विद्यालय में आठवीं से बारहवीं तक पढ़ रहे छात्रों को टैबलेट निशुल्क वितरित होगा। योजना से टैबलेट प्राप्त होने पर छात्र डिजिटल शिक्षा का लाभ प्राप्त कर सकेंगे।
हरियाणा सरकार ने covid-19 महामारी को ध्यान में रखते हुए सरकारी स्कूलों के बच्चों को नि:शुल्क टैबलेट देने की योजना बनाई है। pic.twitter.com/WrQI5GoJ67
— CMO Haryana (@cmohry) November 29, 2020
सरकार के द्वारा टैबलेट के साथ इंटरनेट डाटा भी देने का प्रावधान किया जा रहा हैं। राज्य सरकार से प्राप्त सुचना के अनुसार राज्य में ई-अधिगम योजना कार्यान्वित की गयी हैं। योजना के अनुसार राज्य के स्कूलों के लगभग 5 लाख विधार्थियों को टेबलेट के साथ 2 GB मुफ्त डेटा और पीएएल यानी पेर्सनलाइज़्ड अडेप्टिव लर्निंग प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराया जायेगा। टैबलेट योजना को कार्यान्वित और सफल बनाने के लय राज्य सरकार योजना पर 560 करोड़ रुपए का खर्चा करेंगी। जिससे 5 लाख टैबलेट्स खरीदने की योजना बनाई हैं।
हरियाणा टैबलेट योजना के लाभ
- राज्य के छात्रों को टैबलेट ओपन करते ही स्क्रीन कर ‘अवसर’ और ‘दीक्षा’ जैसे ऐप्प सहित पढ़ाई से सम्बंधित अन्य समग्रियाँ उपलब्ध होगी।
- राज्य के सरकारी स्कूलों के छात्रों को अपने और विश्व स्तरीय शिक्षकों से अध्ययन करने का अवसर मिलेगा।
- सामान्य पढ़ाई से अलग डिजिटल फॉर्म में छात्रों को विभिन्न रिसर्च और प्रोजेक्ट करने का मौका मिलेगा।
- डिजिटल शिक्षा में छात्रों को पेर्सनलाइज़्ड अडेप्टिवे लर्निंग प्लेटफार्म में कस्टम लर्निंग की सुविधा मिलती हैं।
- टेबलेट को सामान्य टैबलेटों से अलग निर्मित किया गया हैं, इसमें पहले से ही पाठ्यक्रम के अनुसार डिजिटल पठन सामग्री को स्टोर कर दिया जाता हैं।
- टैबलेटों में एजुकेशनल वीडियोस, डिजिटल बुक्स, ऑनलाइन टेस्ट पेपर इत्यादि उपलब्ध होंगे जिससे यह एक अध्ययन सामग्री की तरह ही प्रयुक्त हो सकेगा।
- छात्र अपने टैबलेट से घर पर ही पढ़ाई कर सकेंगे और अपने शिक्षकों का मार्गदर्शन/परीक्षा ऑनलाइन माध्यम से ले सकेंगे।
- यदि कोई आपात स्थिति हो तो छात्र ऑनलाइन पढ़ाई के साथ-साथ ऑनलाइन परीक्षा भी दे सकते हैं।
हरियाणा टैबलेट योजना के लिए प्रमाण पत्र
- राज्य का निवासी प्रमाण पत्र
- राज्य के स्कूल में अध्ययनरत हो
- कक्षा का प्रमाण पत्र
- मोबाइल नंबर
- आधार कार्ड
- पासपोर्ट साइज फोटो
हरियाणा टैबलेट योजना का महत्व
देशभर में कोरोना महामारी के संक्रमण के बाद सबसे अधिक हानि राजकीय विद्यालयों में अध्ययन कर रहे छात्रों को पहुंचा हैं। सभी छात्र विद्यालय के पूर्णतया बंद होने के कारण नियमित अध्ययन नहीं कर सकते थे, जिसके चलते उनके भविष्य पर संकट आने का खतरा उत्पन्न हो गया था।
यद्यपि संपन्न परिवारों से सम्बंधित छात्र ऑनलाइन माध्यम से शिक्षा प्राप्त करने लगे थे। परन्तु विपन्न वर्ग के छात्रों की परेशानियों को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार ने शिक्षा को डिजिटल रूप देने के लिए निशुल्क टैबलेट वितरित करने का निर्णय लिया।
टैबलेट की सहायता से पढ़ाई करने से वंचित वर्ग के छात्र भी विद्यालयी जीवन से कंप्यूटर एवं इंटरनेट चलाने के अभ्यस्त हो जायगें। छात्र विषम परिस्थिति में अपने कमरे में ही क्लास रूम की पढ़ाई अपने शिक्षकों और अन्य साथी छात्रों के साथ कर सकतें हैं। छात्रों को अपने विद्यालयी पाठ्यक्रम के साथ अन्य भविष्य में उपयोगी परीक्षा पाठ्यक्रम भी प्रदान किया जायेगा। ये सभी पाठ्यक्रम इस प्रकार से हैं –
शिक्षकों द्वारा तैयार यू-ट्यूब वीडियो, शिक्षकों द्वारा तैयार प्रश्नबैंक, राष्टीय पात्रता-सह-प्रवेश परीक्षा (नीट), एजुकेटिव वीडियो, संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई), राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (एनडीए) और राष्ट्रीय शिक्षक परीक्षा जैसी प्रतियोगी परीक्षा इत्यादि।
छात्रों को इन सभी पाठ्यक्रमों के हस्तलिखित नोट्स बना कर तैयार करने चाहिए क्योकि फाइनल परीक्षा के बाद छात्रों को अपने टैबलेट विद्यालयों में जमा करने होंगे जैसे विद्यालय पुस्तकालय में परीक्षा के बाद सभी पुस्तके जमा करनी होती हैं।
टैबलेट से सम्बंधित कुछ बातें
हरियाणा राज्य के शिक्षा मंत्री कंवर पाल के अनुसार छात्रों सैमसंग कंपनी के ए7 लाइट टी225 मॉडल टैबलेट प्रदान किये जाने हैं। टैब का आकार 8.7 इंच एवं मूल्य 12400 रुपए प्रति टैब हैं। टैबलेट की गारंटी एक वर्ष की हैं, ख़राब होने पर कंपनी सही करेगी। टैब के इंटरनेट की सुविधा एयरटेल और जियो देगी। मंत्री के अनुसार सिम पर 50 करोड़ रुपए, पीएएल सॉफ्टवेयर पर 10 करोड़ रुपए खर्च किये गए हैं।