चीन के शंघाई में रहने वाले एक 88 साल के बुजुर्ग ने अपनी सारी प्रॉपर्टी, जिसमें एक 3.84 करोड़ रुपये का फ्लैट भी शामिल है, एक फल वाले के नाम कर दी। इस फैसले से बुजुर्ग के रिश्तेदारों को बहुत आश्चर्य हुआ। उन्होंने बुजुर्ग की मानसिक स्थिति पर सवाल उठाए।
क्यों मिला फल विक्रेता को संपत्ति का अधिकार?
दरअसल, बुजुर्ग का नाम मा है। वह अपने फल वाले लियु के बहुत करीब थे। लियु मा के घर के पास ही फल बेचता था। कुछ साल पहले, माँ के बेटे की मौत हो गई। बेटे के बाद, माँ की देखभाल का जिम्मा लियु ने उठाया। लियु मा को अपने घर ले आया और उनकी पूरी देखभाल की।
मा ने कहा कि लियु ने उनकी देखभाल में कोई कसर नहीं छोड़ी। उसने उन्हें मां की तरह प्यार और सम्मान दिया। लियु के बिना, उनकी जिंदगी अधूरी थी। लियु उनकी बीमारी के दौरान और अंतिम संस्कार में भी उनके साथ रहे।इसलिए, उन्होंने अपनी सारी प्रॉपर्टी लियु के नाम कर दी।
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परिवार का झटका और कोर्ट केस
इस मामले में बाओशान डिस्ट्रिक्ट पीपल्स कोर्ट ने फैसला सुनाया कि माँ की मानसिक स्थिति ठीक थी और उन्होंने अपनी मर्जी से लियु के नाम पर प्रॉपर्टी ट्रांसफर की थी। इसलिए, लियु को प्रॉपर्टी मिलनी चाहिए।
सोशल मीडिया की प्रतिक्रिया
इस फैसले को लेकर कई तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं। कुछ लोगों का कहना है कि यह फैसला सही है और इससे मानवता की जीत हुई है। वहीं, कुछ लोगों का कहना है कि यह फैसला गलत है और इससे गैरकानूनी तरीके से संपत्ति हड़पने को बढ़ावा मिलेगा।
यह मामला दिखाता है कि मानवता और करुणा की भावना कभी नहीं मरती। बुजुर्ग माँ ने लियु के प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त करने के लिए अपनी सारी प्रॉपर्टी उसके नाम कर दी। यह एक सराहनीय कार्य है।
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