भारत में वाहनों की बढ़ती संख्या के कारण यातायात के नियम बनाये गए है जो सभी नागरिकों को फॉलो करने अनिवार्य है। जिससे बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं को नियंत्रण में लाया जा सके। यातायात के माध्यम से हमारे आवगमन मे आसानी हो गई है प्रत्येक व्यक्ति अपने जीवन में वाहनों का प्रयोग कर रहा है। लेकिन वाहन का उपयोग करने के लिए कई तरह के नियम बनाये गए है जिसके लिए सबसे पहले ड्राइविंग लाइसेंस का होना बहुत अनिवार्य है।
यदि आप भी वाहन का प्रयोग करते है और आपके पास ड्राइविंग लाइसेंस नहीं तो आप आसानी से इसके लिए घर बैठे आवेदन कर सकते है।
वर्तमान में कई सड़क दुर्घटनाओं के बारे में न्यूज पेपर और टी.वी में दिखाया जाता है, क्योकि सभी वाहन चालक और सड़क पर अन्य पैदल चलने वाले यात्री ट्रैफिक नियमो का पालन नहीं करते है। यातायात नियमो का उलंघन करके प्रतिदिन कई लोग अपने जीवन को खतरे में डाल रहे है, नियम कानून नागरिकों के सुरक्षा के लिए बनाए गए है।
यातायात के नियमों का विवरण
यातायात के नियमों का विवरण नीचे निम्नलिखित है :-
व्हीकल पार्टिंग पर विशेष ध्यान रखना :- वाहन चालकों को व्हीकल पार्टिंग का विशेष ध्यान रखना चाहिए। चालकों को हमेशा ऐसे स्थान पर अपने वाहन को पार्क करना चाहिए। जहाँ किसी अन्य चालकों को आने-जाने में असुविधा न हो एवं साथ ही नो पार्किंग के स्थान पर भी अपने वाहन को पार्क नहीं करना चाहिए। इससे आपको जुर्माना भरना पड़ सकता है फिर चाहे आप कम समय के लिए ही वाहन पार्क कर रहे हो आपको नुकसान का सामना करना पढ़ सकता है।
ओवरटेक न करें :- अक्सर हम सड़को पर लोगों को ओवरटेक करते हुए देखते है। लोग आगे चले रही गाड़ी को पीछे करने के लिए अपनी गाड़ी की गति को बढ़ा देते है यही कारण है की दुर्घटना की सम्भाना अधिक हो जाती है अर्थात टक्कर होने का खतरा बन जाता है। इसलिए हमने ओवरटेक करने से बचना चाहिए।
अपनी लेन (Lane) के अनुसार ही वाहन चलायें :- वहां चालक को हमेसा उसी लैन पर वाहन चलना चाहिए जिस पर वह अपनी यात्रा की शुरुआत से चल रहा है। अचानक से लेन बदलने से आपकी टक्कर पीछे चल रहे वाहन से हो सकती है जिससे जान-माल को खतरा हो सकता है।
हॉर्न (Horn Use) का प्रयोग कम करें :- हॉर्न का अधिक प्रयोग करने से ध्वनि प्रदूषण होता है जिससे अन्य वाहन चालकों का ध्यान वितरित हो जाता है। जिससे भी दुर्घटना की संभावना बढ़ जाती है। इससे आपका चलन भी कट सकता है।
बाई ओर वाहन चलाये :- वाहन चालक को हमेसा अपनी बाई ओर गाड़ी चलानी चाहिए, दाहिने तरफ वाहन चलना यातायात के नियमों के खिलाफ है जिसका उलंघन करने पर आपका चालान काटा जा सकता है।
इंडिकेटर का प्रयोग :- वाहन चालकों को हमेशा मोड़ मुड़ने से पहले जिस दिशा में उन्हें जाना है वह का इंडिकेटर ऑन कर देना चाहिए और मुड़ जाने के बाद उसे बंद कर देना चाहिए।
हाथ सिग्नल का प्रयोग :- इंडिकेटर ख़राब होने की स्थिति में वाहन चालक अपने हाथ से इशारा देखर पीछे वाले चालकों को सचेत कर सकते है।
वाहन की गति पर प्रतिबंध :- बहुत से वाहन चालक सड़को पर अपने वाहन की सफ्तार अधिक कर देते है जिससे अन्य लोगो को तकलीफ होती है एवं उनके लिए भी दुर्घटना का खतरा बढ़ जाता है। सड़को पर वाहन हमेशा सामान्य गति पर चलाना चाहिए।
सभी ट्रैफिक सिग्नलों का पालन करना :- वाहन चालकों को हमेशा यातायात के नियमों का पालन करना चाहिए ऐसा नहीं करने पर उन्हें सरकार को भारी जुर्माना एवं दुर्घटना का भी सामना करना पड़ सकता है।
सीट बेल्ट और हेलमेट अनिवार्य : – वाहन चालकों को हमेशा सीट बेल्ट एवं हेलमेट का प्रयोग करना चाहिए यह यात्रियों की सुरक्षा के लिए बहुत आवश्यक है भविष्य में होने वाली दुर्घटना के समय सुरक्षित रह सकते है।
ड्रिंक करके वाहन न चलाए : – वाहन चलाते समय ध्यान रखे की आपने शराब का सेवन न किया हो ऐसा करने पर आप अन्य व्यक्तियों के जीवन को खतरे में डाल सकते है।
मोबाईल फोन का उपयोग न करें : – गाड़ी चलाते समय मोबाईल फोन या किसी भी अन्य उपकरण का प्रयोग करना मना है ऐसा करने पर आपको भारी जुर्माना भरना पड़ेगा।
ट्रैफिक लाइट का महत्व
सरकार ने ट्रैफिक दुर्घटनाओं से बचने के लिए लगभग सभी चौराहों पर ट्रैफिक लाइट लगवाई है जिसको फॉलो करना प्रत्येक व्यक्ति के लिए आवश्यक है। ट्रैफिक लाइट में तीन रंग की लाइट होती है प्रत्येक लाइट एक सिग्नल है जिसका उदाहरण नीचे दिया गया है।
- लाल लाइट का संकेत (Follow the Red Light): – ट्रैफिक लाइट में सबसे ऊपर आपको रेड लाइट दिख रही है अगर आप वाहन चालक है तो रेड लाइट का अर्थ रुकना होता है। यदि आपको सफर में रेड रंग ट्रैफिक दिखाई दें, तो आप वही रूक जाईये।
- पीली लाइट का संकेत (Follow the Yellow Light): – पीली लाइट जो ट्रैफिक लाइट के दूसरे स्थान पर होती है। वह संकेत देती है, वाहन चालकों को चलने के लिए तैयार हो जाना चाहिए।
- हरी लाइट का संकेत (Follow the Green Light): – ग्रीन लाइट से हमारा आशय चले जाओ से है यह सिग्नल हमें बताता है की अब हम अपना वाहन चला सकते है।
भारत में यातायात के चिन्ह
यातायात से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण चिन्हो का विवरण निम्लिखित है :-
यातायात चिन्ह चित्र | चिन्हों के नाम | यातायात चिन्ह का अर्थ |
नो-पार्किंग साइन (No-parking sign) | इस चिन्ह का अर्थ है की इस स्थान पर वाहन पार्क करना वर्जित है। | |
नो लेफ्ट टर्न (No Left Turn Mark) | यह चिन्ह दर्शाता है की इस स्थान से बाई ओर न मुड़े। | |
यूटर्न निषेध (U Turn Prohibited) | इस चिन्ह का अर्थ है की इस स्थान से यू टर्न अर्थात गाड़ी वापस मोड़ना वर्जित है। | |
नो-ओवरटेकिंग (No Overtaking) | यह चिन्ह दर्शाता है की इस जगह से ओवरटेक करना हानिकारक है। | |
नो राईट टर्न (No Right Turn Mark) | इस चिन्ह का अर्थ है की इस सड़क से दहि तरफ मुड़ना मना है। | |
भारी वाहन वर्जित (Heavy Vehicle Prohibited) | इस स्थान पर भारी वाहन लाना मना है। | |
साइकिल वर्जित (Cycle- Prohibited) | इस साइन का अर्थ है, यहाँ साईकिल चलाना मना है। | |
नो-हॉर्न (No-Horn) | इस स्थान पर आप हॉर्न नहीं बजा सकते है। | |
ढ़लान (Steep descent) | इस स्थान पर नीचे की ओर ढलान है इसलिए वाहन को धीमी गति से चलाये। | |
खड़ी चढ़ाई (Steep ascent) | इस स्थान पर कड़ी चढ़ाई है इसलिए गाड़ी को सामान्य गति पर चलाये। | |
संकरी सड़क (Narrow Road) | इस चिन्ह का अर्थ है आगे सड़क खराब है। | |
स्कूल-साईन बोर्ड (school sign board) | इस साइन का अर्थ है की यह स्कूल है अपने वाहन की गति कम कर लीजिये। | |
संकरा पुल (Narrow bridge) | इस साइन का अर्थ है सड़क मार्ग पर संकरा पुल है। | |
आगे फिसलन है (Slippery Road Sign) | इस साइन का अर्थ है सड़क पर फिसलन हो रही है गाड़ी गिर सकती है। | |
आगे पत्थर गिरने का भय है (Falling of Rocks) | इस चिन्ह का आशय यह है की पहाड़ो पर से पत्थर गिर रहे आगे न जाये दुर्घटना हो सकती है। |
भारत में सड़क सुरक्षा चिन्ह के प्रकार
भारत में सड़क सुरक्षा चिन्ह के तीन प्रकार है, अनिवार्य सड़क सुरक्षा संकेत, चेतावनी संकेत एवं सूचक संकेत, सभी तीनो चिन्हों का संक्षिप वर्णन निम्नलिखित है :-
अनिवार्य सड़क सुरक्षा संकेत: – इन साइनों का उपयोग सड़क की सुरक्षा से संबंधित कार्यों के लिए किया जाता है। यह साइन हमें सामान्य स्थानों पर देखने को मिल सकते है इनका पालन करना आवश्यक है अन्यथा आपको चालान भी भरना पढ़ सकता है।
चेतावनी संकेत: – इन साइन का प्रयोग किसी प्रकार की चेतावनी देने के लिए किया जाता है, जिससे भविष्य में होने वाली सड़क दुर्घटनाओं से वाहन चालकों को संरक्षित किया जा सके।
सूचक संकेत: – इन साइनों का प्रयोग मार्ग में आने वाले स्कूल, हॉस्पिटल, फोन बूथ, पार्किंग स्थल, पेट्रोल पम्प,शहर व गांव की दूरी और मोल इत्यादि की सूचना प्रदान करते है।
यातायात के नियम, चिन्ह, अर्थ से संबंधित प्रश्न-उत्तर
यातायात के नियमो का पालन करना क्यों आवश्यक है ?
नो पार्किंग साइन का अर्थ क्या है ?
चेतावनी संकेत क्या है ?
ट्रैफिक टाइट का क्या है ?