Indian Navy Rescue in Gulf of Aden: भारतीय नौसेना के युद्धपोत INS विशाखपट्टनम ने बुधवार रात अदन की खाड़ी में ड्रोन हमले से क्षतिग्रस्त हुए एक मालवाहक जहाज को बचाया है। जहाज मार्शल द्वीप का है और उस पर 25 लोगों का चालक दल था। हमले में जहाज को मामूली नुकसान हुआ है।
रात 11 बजे जहाज़ पर हमला हुआ
नौसेना के एक बयान के अनुसार, INS विशाखपट्टनम को बुधवार रात 11:11 बजे एक इमरजेंसी कॉल मिली थी। कॉल में बताया गया था कि एक मालवाहक जहाज को अदन की खाड़ी में ड्रोन हमले का शिकार होना पड़ा है। जहाज पर आग लग गई है और चालक दल को बचाने की जरूरत है।
नेवी ने चालक दल को रेस्क्यू किया
INS विशाखपट्टनम ने तुरंत घटनास्थल की ओर रवाना हुआ। जहाज को पहुंचने में लगभग दो घंटे लगे। इसके बाद नौसेना के जवानों ने आग बुझाने और चालक दल को सुरक्षित निकालने का काम किया।
नौसेना के अधिकारियों ने बताया कि जहाज को मामूली नुकसान हुआ है। चालक दल के सभी सदस्य सुरक्षित हैं। जहाज को अब एक सुरक्षित बंदरगाह में ले जाया जाएगा।
इस साल दूसरा हमला नाकाम किया
यह अदन की खाड़ी में इस महीने दूसरा हमला है। इससे पहले 2 जनवरी को एक अन्य मालवाहक जहाज पर ड्रोन हमला हुआ था। उस हमले में भी कोई हताहत नहीं हुआ था।
अदन की खाड़ी में समुद्री डकैती एक गंभीर समस्या है। इस क्षेत्र में कई हथियारों से लैस समुद्री डाकू सक्रिय हैं। वे व्यापारिक जहाजों पर हमला कर उन्हें लूट लेते हैं।
गंतव्य की तरफ रवाना हुआ व्यापारिक जहाज
हमले से बचने के बाद 18 जनवरी की सुबह ही EOD विशेषज्ञों ने व्यापारिक जहाज MV Genco Picardy के क्षतिग्रस्त इलाके को चेक किया। नेवी के मुताबिक विशेषज्ञों ने गहन निरीक्षण के बाद ही आगे की यात्रा को लेकर हरी झण्डी दी है। फिर ये जहाज अगले बंदरगाह की ओर जाने को तैयार हुआ।
जापानी जहाज को भी मदद दी थी
सऊदी अरब से तेल लेकर भारत आ रहा यह जहाज जापान का था। वहीं बीते 14 दिसंबर को समुद्री लुटेरों ने माल्टा के एक जहाज को हाईजैक कर लिया था। इसके बाद भारतीय नौसेना ने अपने एक युद्धपोत को अदन की खाड़ी में हुए एमवी रुएन की मदद के लिए भेजा था।
भारतीय नौसेना अदन की खाड़ी में समुद्री डकैती रोधी अभियानों में शामिल है। INS विशाखपट्टनम भी इस अभियान का हिस्सा है।
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