कोल्ड स्टोर तापमान और आर्द्रता को नियंत्रित करके कृषि उत्पादों को ताजा रखने का एक तरीका है। यह किसानों को अपनी फसलों को लंबे समय तक सुरक्षित रखने और बेहतर मूल्य पर बेचने में मदद करता है।
भारत, जो कृषि प्रधान देश है, वहां पर फसलों का संरक्षण एक बड़ी चुनौती है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश जैसे क्षेत्रों में, जहां आलू की खेती बड़े पैमाने पर होती है, किसानों को अपनी फसलों को सड़ने से बचाने के लिए विशेष उपायों की आवश्यकता होती है। यहाँ कोल्ड स्टोरेज की भूमिका महत्वपूर्ण हो जाती है।
क्या होता है कोल्ड स्टोरेज ?
कोल्ड स्टोरेज एक ऐसी जगह होती है जहां ठंडक बनाए रखी जाती है ताकि खाने-पीने की चीजें, जैसे कि सब्जियां, फल, और दूसरे खाद्य पदार्थ खराब न हों और ताजा बने रहें। यह एक तरह का बड़ा फ्रिज होता है जिसमें बहुत सारे खाने का सामान एक साथ रखा जा सकता है। कोल्ड स्टोरेज में तापमान बहुत कम रखा जाता है ताकि खाद्य पदार्थ ज्यादा दिनों तक अच्छे रहें और उनमें कोई बीमारी या कीट न लगे। यह फ्रिज सब्जियों को कीटों, बीमारियों और खराब होने से बचाता है।
किसानों के लिए कितना फायदेमंद है ?
कोल्ड स्टोरेज किसानों के लिए बहुत लाभदायक होता है। इससे वे अपनी फसलों, जैसे कि सब्जियां, फल, और अन्य खाद्य पदार्थों को ताज़ा और सुरक्षित रख सकते हैं। फसलों को लंबे समय तक स्टोर करने की क्षमता होने से, किसान बाजार में अच्छे दामों पर अपनी उपज बेच सकते हैं। जब बाजार में फसलों की कीमत अधिक हो, तब वे अपनी स्टोर की गई फ़सलों को बेचकर अधिक मुनाफ़ा कमा सकते हैं। इससे उनकी आय बढ़ती है और फसल बर्बाद होने से भी बचती है।
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लंबे समय तक फसलें रहेंगी ताजा
कोल्ड स्टोरेज में तापमान और आर्द्रता को नियंत्रित किया जाता है, जिससे फसलें अधिक समय तक स्वादिष्ट और ताजा बनी रहती हैं। इन सुविधाओं को विभिन्न प्रकार के कंटेनरों में रखा जाता है, जो उन्हें वातावरण के हानिकारक प्रभावों से बचाते हैं।
कोल्ड स्टोरेज का तापमान कितना रहता है ?
आमतौर पर, फलों और सब्जियों को ताजा रखने के लिए कोल्ड स्टोरेज का तापमान 0 डिग्री सेल्सियस से 10 डिग्री सेल्सियस के बीच रखा जाता है। कुछ विशेष फसलों के लिए यह तापमान और भी कम हो सकता है, उदाहरण के लिए, आलू और प्याज के लिए 2 से 4 डिग्री सेल्सियस के बीच रखा जा सकता है। फसल के प्रकार और उसके भंडारण की अवधि के अनुसार, कोल्ड स्टोरेज के तापमान में समायोजन किया जाता है।
कोल्ड स्टोर में रखी जाने वाली फसलें
- फल: सेब, केला, अंगूर, संतरा, आम
- सब्जियां: आलू, टमाटर, प्याज, गाजर, मटर
- फूल: गुलाब, गेंदा, चमेली, सूरजमुखी
कोल्ड स्टोर कृषि क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण तकनीक है। यह किसानों को अपनी फसलों को बेहतर तरीके से भंडारण और विपणन करने में मदद करता है।
Cold Store में हुई बढ़ोतरी
भारत सरकार ने कोल्ड स्टोरेज के विकास और निर्माण के लिए कई योजनाएँ चलाई हैं, जिससे देश भर में इनकी संख्या में बढ़ोतरी हुई है। इससे किसानों को उनकी उपज को सुरक्षित रखने में आसानी होती है।
कोल्ड स्टोरेज, किसानों के लिए एक अनिवार्य सुविधा बन गई है, जो उनकी फसलों को सुरक्षित रखने और उन्हें बाजार में बेहतर मूल्य प्राप्त करने में मदद करती है। इसके बढ़ते उपयोग से भारतीय कृषि क्षेत्र में नई क्रांति की उम्मीद है।
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