दोस्तों आज हम हिमाचल प्रदेश की योजना Mukhya Mantri Bal Suposhan Yojana के विषय में आपको जानकारी देंगे की यह योजना किसने शुरू की है इस योजना के उद्देश्य क्या-क्या है। और इस योजना में आम नागरिको को क्या लाभ होगा। एवं आप मुख्यमंत्री बाल सुपोषण योजना हिमांचल प्रदेश के लिए कैसे आवेदन कर सकते है, अगर आप भी इस स्कीम का लाभ उठाना चाहते हो तो इसके लिए आपको आर्टिकल में दी गयी सभी महत्वपूर्ण जानकारी को ध्यानपूर्वक पढ़ना होगा।
Mukhya Mantri Bal Suposhan Yojana
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा Mukhya Mantri Bal Suposhan Yojana शुरू की गई है इस योजना में बच्चो के जन्म से ही उनके पोषण के लिए सहायता प्रदान करेगी। यह योजना अभी हाल ही में 2022 में घोषित की गई है योजना के तहत राज्य सरकार के द्वारा प्रदेश की महिलाओं और बच्चो को पोषण की कमी से होने वाली बीमारियों से संरक्षित रखने का प्रयास किया है। आज के समय में हज़ारो बच्चे कुपोषण का शिकार हो जाते है, इन सभी समस्याओं में रोकथाम करने के लिए हिमांचल सरकार के द्वारा मुख्यमंत्री बाल सुपोषण योजना की घोषणा की गयी है।
इस योजना में मुख्यमंत्री ने 65 करोड़ रुपए खर्च करने का निर्देश दिया है। यह योजना बच्चो और गर्भवती महिलाओं को कुपोषण जैसी बीमारियों से बचने के लिए शुरू की जा रही है। नीति आयोग की सदस्य डॉ वी. के.पाल और हिमाचल के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने आपस में सोच-विचार करके, इस योजना का निर्णय लिया है। जो कि बहुत कारगर साबित होगी। इस योजना की सहायता से भविष्य में होने वाली कुपोषण की बीमारियों को कम किया जा सकता है।
मुख्यमंत्री बाल सुपोषण योजना हिमांचल प्रदेश के मुख्य बिंदु
आर्टिकल | मुख्यमंत्री बाल सुपोषण योजना हिमांचल प्रदेश | Mukhya Mantri Bal Suposhan Yojana |
शुरुआत की गयी | मुखयमंत्री जयराम ठाकुर |
शुरुआत कब हुई | 2022 -2023 |
उद्देश्य | छोटे बच्चो को कुपोषण कीबीमारी से बचना |
लाभार्थी | हिमाचल प्रदेश के मूल निवासी |
आवेदन प्रक्रिया | ऑफलाइन |
राज्य | हिमाचल प्रदेश |
krishak Bakri Palan yojana himachal Pradesh
बाल सुपोषण क्या है ?
आज के समय में संसार में इतनी बीमारिया है, की इनका प्रभाव छोटे बच्चो पर भी हो रहा है एवं खाने की कमी से बच्चो में निर्बलता देखी जा रही है। बच्चो के अंदर आने वाली शारीरिक दुर्बलता जैसे:- नाटापन, पतला शरीर ,शरीर में ऊर्जा की कमी होना एनीमिया, घेंघा व बच्चों की हड्डियाँ कमज़ोर हो जाना जैसी घातक बीमारिया हो जाती है। इन सभी का कारण बच्चो को जन्म से ही पौष्टिक आहार न खिलाने पर, विटामिनों की कमी होने पर और बच्चो के जन्म के समय लगाए जाने वाले टीको को न लगवाने पर होता है।
अगर बचपन में ही बालक को सभी टीके समय पर लगवाए जाये और उसके आहार को पौष्टिक रखा जाये तो हम उसे कुपोषण से बचा सकते है। सरल शब्दों में, गर्भवती माता को जब अच्छा पौष्टिक भोजन मिलता है, तो उससे बालक भी स्वस्थ रहता है और महिला भी स्वस्थ रहती है। वह दोनों ही कुपोषण से होने वाली बीमारियों से दूर रहते है। और इससे उन्हें कुपोषण का खतरा नहीं रहता है, इसे ही बाल सुपोषण कहते है।
मुख्यमंत्री बाल सुपोषण योजना हिमांचल प्रदेश के उद्देश्य
मुख्यमंत्री बाल सुपोषण योजना हिमांचल प्रदेश के उद्देश्य निम्नलिखित है :-
भारत में कुपोषण आज से नहीं कई वर्षो से बच्चो में देखा जा रहा है, छोटे छोटे बच्चे कई बीमारियों का सामना करते आ रहे है लेकिन अब यह कुपोषण अधिकतम बच्चो में देखा जा रहा है। जिससे की बच्चे नाटापन, पतला शरीर ,शरीर में ऊर्जा की कमी होना। एनीमिया, घेंघा व बच्चों की हड्डियाँ कमज़ोर होना आदि बीमारियों से जूझ रहे है। इन सभी समस्याओ को हल कारणकरने के लिए हिमाचल प्रदेश नीति आयोग की सदस्य डॉ वी. के.पाल और मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने आपसी निष्कर्ष के बाद यह निर्णय लिया है की वह इस समस्या का निवारण करेंगे।
इसके बाद बहुत सूझबूझ से यह निर्णय लिया गया की हिमाचल प्रदेश में Mukhya Mantri Bal Suposhan Yojana आयोजित की जाएगी। जिससे हिमाचल प्रदेश को कुपोषण से मुक्त करके सुपोषित किया जायेगा।
Mukhya Mantri Bal Suposhan Yojana के लाभ
Mukhya Mantri Bal Suposhan Yojana बच्चों और महिलाओ के सुपोषित भविष्य के लिए शुरू की गई है इस योजना के तहत सभी को जागरूक किया जायेगा की नवजात बच्चो का विशेष ख्याल रखें और उसकी माता का भी विशेष ध्यान रखे। क्योकि उस समय माता और बच्चे दोनों को पौष्टिक भोजन की बहुत आवश्यकता होती है।
लेकिन आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के परिवार अपनी आर्थिक स्थिति के कारण गर्भवती महिलाओं को पौष्टिक आहार की पूर्ति करने में असमर्थ रहते है। इन सभी समस्याओं के समाधान के लिए एचपी बाल सुपोषण योजना लाभदायक साबित होगी। सरकार हजार से भी ज्यादा आंगनवाड़ी खोलने की व्यवस्था कर रही है अब कोई भी बच्चा कुपोषित नहीं रहेगा। आंगनवाड़ी से प्रत्येक परिवार को बच्चे के लिए राशन दिया जायेगा साथ ही आर्थिक सहायता राशि भी दी जाएगी और समय-समय पर टीके लगाए जायेगे।
Mukhya Mantri Bal Suposhan Yojana के द्वारा एनीमिया, टी.वी एवं डायरिया जैसी बीमारियों के रोकथाम में सहायता मिलेगी। जिससे बच्चा सुपोषित होगा और समाज का भविष्य भी स्वस्थ होगा। इस योजना में सरकार 65 करोड़ रूपये लगा रही है।
Mukhya Mantri Bal Suposhan Yojana की मुख्य पात्रता
- आवेदनकर्ता हिमाचल प्रदेश का मूल नागरिक होना चाहिए।
- बालक का जन्म प्रमाण पत्र आवश्यक है।
- आवेदक की फैमली आईडी होना आवश्यक है।
- Mukhya Mantri Bal Suposhan हेतु केवल छोटे बच्चो और गर्भवती महिलाएं ही पात्र है।
- इस योजना का लाभ आंगनवाड़ी के माध्यम से प्राप्त होगा।
- एचपी बाल सुपोषण योजना में केवल गर्भवती महिला और बच्चो को ही राशन एवं फल दिया जायेगा।
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हिमांचल प्रदेश बाल सुपोषण योजना आवेदन प्रक्रिया
हिमांचल प्रदेश बाल सुपोषण योजना में आवेदन करने के लिए लाभार्थी महिला को ऑफलाइन माध्यम से आवेदन करना होगा। इस योजना से संबंधित आवेदन के लिए आप अपने नजदीकी आंगनबाड़ी केंद्र से संपर्क कर सकते है। इसके लिए आपको आँगनबाड़ी केंद्र में अपनी सभी जानकारी देनी होगी। जिसके पश्चात आंगनबाड़ी केन्द्रो से ही आप मिलने वाले पौष्टिक आहार एवं सहायता राशि को प्राप्त कर सकते है।