देश की बढ़ती आबादी से बेरोजगारी जैसी बड़ी समस्याएं जन्म लेती हैं। और इस प्रकार की समस्याएं तब और बढ़ जाती हैं जब देश में महामारी, आर्थिक तंगी फ़ैल जाये या आपातकाल लग जाये।
कोरोना काल ने जहां एक तरफ ना जाने कितने लोगों की जान ली वहीं दूसरी ओर इसने बेरोजगारी की दर को बढ़ाया।
इसी बेरोजगारी को कम करने के लिए उत्तराखण्ड़ सरकार ने अपने राज्य के नागरिकों के लिए मुख्यमंत्री मशरूम विकास योजना का शुभारम्भ किया है।
इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको मशरूम विकास योजना से जुडी सभी जानकारी प्रदान करेंगे।
आर्टिकल का नाम | मुख्यमंत्री मशरूम विकास योजना |
राज्य | उत्तराखंड |
विभाग | कृषि विभाग |
उद्देश्य | राज्य में रोजगार के अवसरों को बढ़ावा देना |
लाभार्थी | उत्तराखंड के स्थाई नागरिक |
आवेदन का माध्यम | ऑफलाइन |
आधिकारिक वेबसाइट | – |
मुख्यमंत्री मशरूम विकास योजना
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य में कोरोना काल में वापस लौट आये प्रवासियों एवं बेरोजगारों के लिए मशरूम विकास योजना की शुरुआत की है।
इस योजना की घोषणा उनके द्वारा 27 अगस्त 2022 को हरिद्वार में बुग्गावाला नामक स्थान पर स्थित एक निजी फ़ूड प्रोसेसिंग एवं पैकेजिंग प्लांट के उद्घाटन समारोह में की गयी थी।
राज्य में आयोजित योजना में 28 अलग-अलग उत्पादों को अलग-अलग जिलों के लिए स्थापित किया जायेगा। इस उत्पादों की सूची में हरिद्वार मशरूम का उत्पादन करेगा।
जिसके लिए वहां मशरूम प्रसंस्करण इकाई को स्थापित किया जायेगा। इस योजना से राज्य के 25 हजार लोगों को लाभ प्राप्त होगा।
मुख्यमंत्री मशरूम विकास योजना का उद्देश्य
मशरूम विकास योजना का मुख्य उद्देश्य राज्य में बेरोजगारी की दर को कम करना हैं। राज्य में बेरोजगारों एवं प्रवासियों को रोजगार प्रदान करना है। जिस से राज्य में बढ़ रहे पलायन को भी थोड़ा कम किया जा सके।
इस योजना का उद्देश्य मशरूम की खेती को बढ़ावा देना भी है जिस से आम आदमी की आय में वृद्धि हो सके एवं वह राज्य की अर्थव्यवस्था में योगदान प्रदान कर सके।
उत्तराखंड मशरूम विकास योजना लाभ एवं विशेषताएं
- मुख्यमंत्री मशरूम विकास योजना से राज्य में युवाओं को रोजगार की प्राप्ति होगी एवं वे आर्थिक रूप से मजबूत बनेंगे।
- इस योजना का लाभ प्राप्त करने से राज्य के नागरिकों को राज्य में ही रोजगार मिलेगा जिस से राज्य में पलायन कम होगा।
- मशरूम विकास योजना राज्य में युवाओं को मशरूम की खेती करने के लिए प्रोत्साहित करेगी।
- इस योजना में आवेदक को 7 दिवसीय प्रशिक्षण निःशुल्क प्रदान किया जाता है।
- मशरूम विकास योजना से राज्य के 25 हजार नागरिकों को लाभ प्राप्त होगा।
- यह रोजना राज्य में स्वरोजगार के अवसरों को बढ़ाएगी।
योजना के आवेदक की पात्रताएं
- मशरूम विकास योजना का आवेदक उत्तराखंड का स्थाई नागरिक होना चाहिए।
- आवेदक बेरोजगार होना चाहिए।
आवेदन हेतु आवश्यक दस्तावेज
- आधार कार्ड
- निवास प्रमाण पत्र
- आय प्रमाण पत्र
- राशन कार्ड
- पासपोर्ट साइज फोटो
- बैंक पासबुक
- मोबाइल नंबर
मुख्यमंत्री मशरूम विकास योजना में आवेदन करें
मशरूम विकास योजना में आवेदन करने लिए अभी सरकार द्वारा कोई आधिकरिक पोर्टल जारी नहीं किया गया है जब सरकार ऑनलाइन पोर्टल जारी करेगी हमारे आर्टिकल द्वारा आपको ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया प्रदान की जाएगी। आप अभी इस योजना का ऑफलाइन आवेदन कर सकते हैं।
ऑफलाइन आवेदन
- मुख्यमंत्री मशरूम विकास योजना में आवेदन के लिए आपको नजदीकी कृषि विभाग के कार्यालय में जाना है।
- विभाग के कार्यालय से आपको मशरूम विकास योजना से सम्बंधित आवेदन पत्र प्राप्त करना है।
- आवेदन पत्र में मांगी गयी सभी जानकरियां ध्यान से भरें।
- आवेदन पत्र को भर कर मांगे गए दस्तावेज संलग्न करें।
- अब आप मशरूम विकास योजना के आवेदन पत्र को उसी कार्यालय में जमा करें।
मुख्यमंत्री मशरूम विकास योजना से संबंधित प्रश्न एवं उनके उत्तर
मशरूम विकास योजना की शुरुआत किस राज्य ने की है?
मशरूम विकास योजना किस विभाग के अंतर्गत आती है?
मुख्यमंत्री मशरूम विकास योजना का ऑनलाइन आवेदन कैसे करें?
मशरूम विकास योजना का आवेदन अभी कैसे कर सकते हैं?
मशरूम गर्ल ऑफ़ उत्तराखंड किसे कहते हैं?
मुख्यमंत्री मशरूम विकास योजना से राज्य के कितने नागरिकों को लाभ होने की उम्मीद है?
क्या मशरूम विकास योजना पलायन को रोकने में कार्य करेगी?