केंद्र में PM Modi की सरकार के द्वारा अनेक प्रकार की योजनाओं को देशवासियों की भलाई के लिए अक्सर लाती रहती है उन्ही में से एक योजना जो की केंद्र सरकार के द्वारा लाई जा रही है उसका नाम पीएम श्री योजना है। इस योजना के अंतर्गत केंद्र सरकार के द्वारा देश में सरकारी स्कूलों को बेहतर बनाने के लिए काम किया जाएगा। PM SHRI Scheme के माध्यम से देश में कुल 14,500 से भी अधिक स्कूल खोले जाएंगे जो की आदर्श विद्यालय के रूप में विकसित किए जाएंगे। इस योजना पर कुल मिलाकर 27360 करोड़ रूपये का व्यय किया जाएगा जिसमे से केंद्र के द्वारा 18,128 करोड़ रूपये की हिस्सेदारी होगी।
केंद्र के द्वारा चलाई जा रही इस योजना के माध्यम से लगभग 20 लाख छात्र छात्राओं को लाभ पहुँचाया जाएगा। वर्तमान में शिक्षा मंत्रालय के द्वारा 9000 स्कूलों को शार्ट लिस्ट बनाई गयी है इनकी घोषणा सरकार के द्वारा बहुत ही जल्द कर दी जाएगी। जो भी स्कूल इस योजना के माध्यम से शार्ट लिस्ट होंगे उन्हें मॉडल स्कूलों में बदल दिया जाएगा। आज हम आपको अपने आर्टिकल की सहायता से आपको बताएंगे की पीएम श्री योजना क्या है ? PM SHRI Scheme के तहत कितने स्कूल खोले जाएंगे ? इस योजना के तहत जो स्कूल खोले जाएंगे उनमे क्या विशेषता है ? इस सभी की जानकारी आज हम अपने लेख के माध्यम से आपको बताएंगे इसलिए हमारे आर्टिकल को पूरा पढ़ें।
पीएम श्री योजना
PM SHRI Scheme का पूरा नाम (Prime Minister’s School for Rising India) है। 5 स्तिम्बर 2022 को शिक्षक दिवस के मोके पर PM Narendra Modi जी ने यह एलान किया था और केबिनेट के द्वारा 7 सितम्बर 2022 को PM SHRI योजना को मंजूर कर दिया। जो भी पीएमश्री स्कूल हैं वह राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) के कार्यान्वयन को पूरी तरह से प्रदर्शित करेंगे और समय के साथ साथ मॉडल स्कूल के रूप में उभरेंगे। NEP 2020 के विजन के अनुसार PM स्कूल्स फॉर राइजिंग इंडिया (पीएम-श्री) के तहत देश भर में 14,500 से भी अधिक स्कूलों को विकसित और उन्नत किया जाएगा।
इसे भी देखें >>>> पीएम किसान योजना में KYC अपडेट कैसे करें ?
नरेंद्र मोदी जी के द्वारा अपने भाषण में कहा गया था की इन स्कूलों में आधुनिक और परिवर्तन लाने वाले तरीकों को इस्तेमाल किया जाएगा। पीएम-श्री योजना के तहत इन स्कूलों में स्मार्ट कक्षा, नवीनतम तकनीकी, खेल और आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर पर भी अत्यधिक ध्यान दिया जाएगा।
पीएम श्री योजना से जुड़े कुछ तथ्य
योजना का नाम | पीएम श्री योजना (PM SHRI Scheme) |
PM SHRI Scheme फुल फॉर्म | (Prime Minister’s School for Rising India) (प्राइम मिनिस्टर्स स्कूल फॉर राइजिंग इंडिया) |
कब शुरू हुई | 7 सितम्बर 2022 |
वर्तमान में कितने स्कूलों का चयन हुआ | पीएम श्री योजना के लिए 9000 स्कूलों का चयन हुआ |
लाभार्थी | पूरे देश के छात्र |
योजना की अवधि | 2022-23 से 2026-27 तक |
संबंधित विभाग | स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग |
आधिकारिक वेबसाइट | pmshrischools.education.gov.in |
योजना के लिए पारित बजट | 27360 करोड़ रूपये |
पीएम श्री योजना के तहत खोले गए स्कूलों की विशेषता
- चुने गए स्कूलों में आधुनिक शिक्षा तथा इंफ्रास्ट्रक्चर पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
- पीएम श्री योजना के तहत सभी स्कूलों को आदर्श विद्यालयों के रूप में परिवर्तित किया जाएगा।
- सभी आदर्श विद्यालयों में छात्र छात्राओं के लिए एक सुरक्षित तथा प्रोत्साहित करने वाले शैक्षिक वातावरण प्रदान किया जाएगा।
- इस स्कूलों में अलग प्रकार अनुभव एवं अच्छे ढांचागत व्यवस्था को उपलब्ध कराने की बात कही गयी है।
- पीएम श्री योजना के तहत इन स्कूलों में बुनियादी ज्ञान तथा संख्या ज्ञान को बढ़ाने में ध्यान दिया जाएगा।
- PM Shri Yojana के तहत जो भी स्कूल खोले जाएंगे वे सभी National Education Policy (NEP) को लागू करने में भी मदद करेंगे।
- चयन किये गए सभी स्कूलों में एकीकृत, समग्र, प्रैक्टिकल, वास्तविक जीवन की स्थितियों पर आधारित पढ़ाई कराई जाएगी।
- इन स्कूलों में स्मार्ट कक्षाएं भी लगाई जाएंगी जिनमे की पुस्तकालय, कौशल प्रयोगशाला, खेल का मैदान, कंप्यूटर प्रयोगशाला इत्यादि सुविधाएं शामिल होंगी।
- वर्तमान में जो 9000 हजार स्कूल की लिस्ट आयी है वह 2.5 लाख से अधिक सरकारी स्कूलों में से PM Shri Yojana के तहत इन स्कूलों को चुना गया है।
स्कूलों के चयन की प्रक्रिया
- स्कूलों का चयन तीन चरणों की चयन प्रक्रिया के तहत चुने जाएंगे।
- प्रथम चरण के दौरान केंद्र सरकार और राज्य सरकार को आपस में मिलकर समझौता ज्ञापन पर अपने हस्ताक्षर करने होंगे, जिसमे उनके द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को संपूर्ण रूप से लागु करने पर सहमति प्रदान की जाएगी।
- इसके बाद केंद्र के द्वारा चुने गए स्कूलों को समर्थन प्रदान करने के लिए प्रतिबद्धताओं को तय करेगा।
- द्वितीय चरण के दौरान निर्धारित किए गए न्यूनतम मानकों के आधार पर जो पीएम श्री स्कूलों के रूप में चुने जाने के योग्य हैं उन स्कूलों की पहचान की जाएगी।
- तृतीय चरण में स्कूलों को कुछ मानदंडों को पूरा करने के उद्देश्य से चुनौती पद्धति पर आधारित होगी। इस चरण के तहत योग्य विद्यालय आपस में चुनौती की शर्तों को पूरा करने के लिए आपस में मुकाबला करेंगे।
- इसके बाद राज्य/केंद्र शासित प्रदेश/केवीएस/जेएनवी के द्वारा स्कूलों के द्वारा किए गए दावों का सत्यापन करेंगे तथा स्कूलों की लिस्ट को मंत्रालय को सुझाएंगे।
- स्कूलों के चयन लिए सरकार के द्वारा कुछ मानकों को भी निर्धारित किया गया है जिसके तहत जिन स्कूलों में पक्की इमारत, लड़के-लड़कियों के लिए अलग-अलग शौचालय, पेयजल सुविधा, खेल का मैदान, दिव्यांग बच्चों के लिये सुविधाएं इत्यादि चीजें शामिल है। सरकार के द्वारा लगभग 60 मानकों को निर्धारित किया गया है।
इसे भी देखें >>> PM Modi Yojana 2023: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी योजना
निष्कर्ष
सरकार के द्वारा इस योजना के लिए 27360 करोड़ रूपये का बजट निर्धारित किया गया है जिसके तहत 18,128 करोड़ रूपये का व्यय केंद्र सरकार के द्वारा किया जाएगा तथा बाकि का व्यय राज्य सरकारों के द्वारा निर्वहन किया जाएगा। इस योजना के लिए सात राज्यों के द्वारा अपने स्कूलों को बेहतर बनाने के लिए शिक्षा मंत्रालय के साथ समझौता ज्ञापन MoU पर हस्ताक्षर नहीं किए गए हैं। दिल्ली, बिहार, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, ओडिशा, केरल और झारखंड राज्यों के द्वारा इस योजना का भाग बनने के लिए मना कर दिया गया है। सरकार के द्वारा जल्द ही सभी स्कूलों को पीएम श्री योजना के तहत जोड़ने के लिए अधिकतम प्रयास किए जाएंगे।