2010 में जब केंद्र में कांग्रेस की सरकार थी तब केंद्र सरकार के द्वारा राजीव गाँधी किशोरी सशक्तिकरण योजना को शुरू करने की घोषणा की थी। यह योजना मुख्यतः किशोरी बालिकाओं के लिए निकाली गयी है, इस योजना के माध्यम से 11 वर्ष से 18 वर्ष तक की बालिकाओं को शारीरिक तथा मानसिक रूप से सबल बनाने के लिए है।
इस योजना के अंतर्गत किशोरी बालिकाओं को मुफ्त में स्वास्थ्य सुविधाएं, व्यवसायिक प्रशिक्षण तथा पौष्टिक आहार उपलब्ध किया जाएगा। सन 2000-01 में केंद्र सरकार के द्वारा किशोरी बालिकाओं को सशक्त करने के लिए किशोरी सशक्तिकरण योजना को प्रारम्भ किया गया। 2009 तक यह योजना पूरे देश में चलती रही तथा यह देश के 200 पिछड़े जिलों में चलती रही।
इस योजना को महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की मदद से 1 अप्रैल 2011 को पूरे देश में सबला नाम से लागू कर दी गयी। इस योजना के अंदर जितना भी व्यय होगा वो सब केंद्र सरकार के द्वारा वहन किया जाएगा। आज हम अपने आर्टिकल के माध्यम से आपको राजीव गाँधी किशोरी सशक्तिकरण योजना से जुड़ी सभी महत्वपूर्ण जानकारी साझा करने जा रहे है।
राजीव गाँधी किशोरी सशक्तिकरण योजना (सबला)
1 अप्रैल 2011 को भारत सरकार के द्वारा अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर राजीव गाँधी किशोरी सशक्तिकरण योजना को कार्य रूप में धरातल पर उतरा गया। राजीव गाँधी किशोरी सशक्तिकरण योजना के अंतर्गत 11 वर्ष से 18 वर्ष तक की बालिकाओ को पोषण एवं प्रशिक्षण में जागरूकता को बढ़ावा देना है। इस योजना के अंतर्गत किशोरियों को आयरन एवं प्रोटीन की तथा अन्य पोषक तत्व दिए जाते हैं।
इस योजना के अंतर्गत प्रतिदिन हर किशोरी पर 5 रूपये व्यय किया जाना होगा। 2011 में इस योजना में केवल 200 जिलों को जोड़ा गया था इसके बाद इस योजना में कुछ बदलाव के बाद 2017 में 303 जिले और शामिल किए गए। अब राजीव गाँधी किशोरी सशक्तिकरण योजना से देश में वंचित क्षेत्रों में भी इसकी लागू करने की योजना बनाई गयी है।
इस योजना के संचालन की जिम्मेदारी महिला एवं बाल विकास मंत्रालय को सौंपी गयी है। इस योजना को सही तरीके से संचालन करने के लिए बाल विकास योजना तथा किशोरी शक्ति योजना को भी जोड़ा गया है।
राजीव गाँधी किशोरी सशक्तिकरण योजना के कुछ मुख्य बिंदु
योजना का नाम | राजीव गाँधी किशोरी सशक्तिकरण योजना (सबला) |
आर्टिकल | राजीव गाँधी किशोरी सशक्तिकरण योजना-सबला (Rajiv Gandhi Scheme for Empowerment of Adolescent Girls-SABLA) |
योजना की शुरुआत | 1 अप्रैल 2011 |
संबंधित मंत्रालय | महिला एवं बाल विकास मंत्रालय |
लाभार्थी | देश की किशोरी बालिकाएं |
राजीव गाँधी किशोरी सशक्तिकरण योजना का उद्देश्य
- इस योजना का मुख्य उद्देश्य बालिकाओं को उनके स्वास्थ्य के अनुसार उनके वजन तथा बदलते हार्मोनों के कारण उनके शरीर के लिए आवश्यक पोषक तत्वों आवश्यकता के बारे में जानकारी देना।
- बालिकाओं के किशोरी अवस्था के समय स्वच्छ्ता, स्वास्थ्य, पोषण तथा प्रजनन तंत्र और यौन स्वास्थ (reproductive system and sexual health) की जानकारी देना।
- युवा बालिकाओं को उनके शाररिक तथा मानसिकता का विकास करना।
- बालिकाओं को आत्मनिर्भर तथा सशक्त बनाने के लिए उन्हें प्राइमरी हेल्थ केयर (PHC), चाइल्ड हेल्थ केयर (CHC), पुलिस चौकी आदि के विषय में जानकारी देना।
राजीव गाँधी किशोरी सशक्तिकरण योजना (सबला) का लाभ
- सबला योजना से बालिकाओं को अच्छा पौष्टिक आहार प्रदान किया जाएगा।
- इस योजना के माध्यम से बालिकाओं को व्यवसायिक प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा।
- इस योजना के माध्यम से बालिकाओं का आत्म विकास तथा सशक्तिकरण के लिए सक्षम बनाना है।
- इस योजना के माध्यम से बालिकाओं के स्वास्थ्य तथा पोषण के बारे में जानकारी दी जाएगी।
- इस योजना के माध्यम से बालिकाओं को प्राइमरी हेल्थ केयर (PHC), चाइल्ड हेल्थ केयर (CHC), पुलिस चौकी आदि के विषय में जानकारी प्राप्त होगी।
- बालिकाओं को स्वच्छ्ता, स्वास्थ्य, पोषण तथा प्रजनन तंत्र और यौन स्वास्थ के बारे में जानकारी दी जाएगी।
- इस योजना के माध्यम से लड़कियों को स्कूल जाने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
राजीव गाँधी किशोरी सशक्तिकरण योजना लक्ष्य
- 11 वर्ष से 18 वर्ष की किशोरी बालिकाओं को पोषण, आयरन एवं फोलिक एसिड प्रतिपूरक, स्वास्थ्य जांच तथा रेफरल सेवा जैसी सेवाएँ प्रदान करके सशक्त बनाना।
- राष्ट्रीय कौशल विकास कार्यक्रम के तहत 16 वर्ष से अधिक उम्र की बालिकाओं को व्यवसायिक प्रशिक्षण देना।
- जिन बालिकाओं द्वारा किसी कारण वश स्कूल छूट गया हो उन्हें भी व्यवसाय प्रशिक्षण की जानकारी देना।
राजीव गाँधी किशोरी सशक्तिकरण योजना (सबला) के लिए पात्रता
- इस योजना के आवेदन करने के लिए आपको भारत देश का मूल निवासी होना जरुरी है।
- इस योजना का लाभ केवल लड़कियों को दिया जाएगा।
- इस योजना का लाभ उठाने के लिए बालिका की अधिकतम 18 वर्ष की उम्र होनी चाहिए।
- वह किसी गरीब वर्ग की बालिका होनी चाहिए।
राजीव गाँधी किशोरी सशक्तिकरण (सबला) योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज
- आधार कार्ड (Aadhar Card)
- जन्म प्रमाण पत्र (Birth certificate)
- निवास प्रमाण पत्र (residence certificate)
- आय प्रमाण पत्र (income certificate)
- मोबाइल नंबर (mobile number)
- पहचान पत्र (identity card)
- पासपोर्ट साइज़ फोटो (passport size photo)
राजीव गाँधी किशोरी सशक्तिकरण योजना की विशेषताएं
किशोरी समूह का संगठन :- इस समूह में 15 वर्ष से 25 वर्ष तक की बालिकाओं को शामिल किया गया है।
प्रशिक्षण सामग्री :- इस योजना के अनुसार प्रत्येक आंगनबाड़ी केंद्र में प्रशिक्षण सामग्री की किट प्रदान की जाती है। जिसकी लगत लगभग 10000 रूपये होती है। इस किट में पोषण, स्वास्थ्य तथा सामाजिक मुद्दों की सम्पूर्ण जानकारी होती है।
किशोरी दिवस :- इस योजना के अंतर्गत प्रत्येक महीने आंगनबाड़ी केन्द्रो में किशोरी दिवस का आयोजन किया जाएगा।
किशोरी कार्ड :- इस योजना के अनुसार हर किशोरी बालिका को एक किशोरी कार्ड प्रदान किया जाएगा। इस कार्ड में उनकी सम्पूर्ण जानकारी लिखी होगी। तथा इसी कार्ड के मदद से किशोरी को इस योजना का सम्पूर्ण लाभ दिया जाएगा।
राजीव गाँधी किशोरी सशक्तिकरण योजना प्रश्न एवं उसके उत्तर
राजीव गाँधी किशोरी सशक्तिकरण योजना क्या है ?
राजीव गाँधी किशोरी सशक्तिकरण योजना की शुरुआत कब हुई ?
राजीव गाँधी किशोरी सशक्तिकरण योजना किस विभाग द्वारा संचालित किया जा रहा है ?