अमेरिका ने विश्वभर के चोर बाजारों की एक सूची जारी की है, जिसमें भारत के छह और चीन के सात बाजारों का उल्लेख है। इस प्रकार, चोर बाजारी में चीन विश्व में पहले स्थान पर है। इस सूची को अमेरिकी कारोबारियों के एक संगठन ने प्रकाशित किया है।
चोर बाजारों के प्रभाव
इन बाजारों के कारण लोगों और सरकारों को तीन प्रकार से नुकसान पहुंचता है: नकली सामान की बिक्री, श्रमिकों को मानक से कम मजदूरी, और टैक्स की चोरी। इससे अमेरिकी अर्थव्यवस्था को भी हानि पहुंचती है।
अमेरिका की व्यापार प्रतिनिधि का बयान
कैथरीन ताई, अमेरिका की व्यापार प्रतिनिधि, ने कहा कि नकली और जालसाजी वाले सामानों का कारोबार श्रमिकों, उपभोक्ताओं, और छोटे व्यवसायों के लिए हानिकारक है। यह अमेरिकी अर्थव्यवस्था को भी प्रभावित करता है।
सूची में शामिल चोर बाजार
सूची में 33 बाजार और 39 ऑनलाइन बाजारों का उल्लेख है, जो ट्रेडमार्क जालसाजी या कॉपीराइट चोरी में लिप्त हैं। चीन के ई-कॉमर्स और सोशल कॉमर्स बाजारों जैसे कि ताओबाओ, वीचैट, डीएचगेट, और पिनडुओडुओ के साथ ही क्लाउड स्टोरेज सेवा बाइडू वांगपैन भी इस सूची में हैं।
भारत के बाजार भी सूची में
भारत से, मुंबई का हीरा पन्ना, नई दिल्ली का करोल बाग का टैंक रोड बाजार और बेंगलुरु का सदर पटरप्पा रोड मार्केट सहित अन्य बाजार इस सूची में शामिल हैं। इन बाजारों में नकली सामानों की बिक्री और वितरण की जानकारी है।
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