श्रीलंका आर्थिक संकट (Sri Lanka Crisis) : सोने की लंका आज है कंगाली की कगार पर क्यों?

श्रीलंका आर्थिक संकट – आज इस लेख में माध्यम से हम आपको श्री लंका पर छाए आर्थिक संकट के बारे में जानकारी देने जा रहें है। जानकारी के लिए बता दें श्री लंका भारत का पड़ोसी देश है जो कि पिछले कुछ समय से आर्थिक संकट का सामना कर रहा है। विदेशी मुद्रा भण्डार ख़त्म होने और कर्ज के बोझ ने श्री लंका के दिवालिया होने का खतरा पैदा कर दिया है। जहाँ श्री लंका को सोने की लंका कहा जाता था आज वही श्री लंका कंगाली की कगार पर है। क्यों है श्री लंका कंगाली की कगार (Sri Lanka Crisis) पर इसके बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए इस लेख में दी जा रही जानकारी को ध्यानपूर्वक अंत तक पढ़ें –

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श्रीलंका आर्थिक संकट
श्रीलंका आर्थिक संकट (Sri Lanka Crisis)

श्रीलंका आर्थिक संकट (Sri Lanka Crisis)

श्री लंका को सोने की लंका कहा जाता था। लेकिन आज के समय में यह सोने की लंका कंगाली की कगार पर है। श्री लंका में आर्थिक संकट दिन पर दिन बढ़ता जा रहा है। जानकारी के लिए बता दें श्री लंका की कर्रेंसी की कीमत डॉलर से भी आधी हो गई है। इसी कारण डीजल, पेट्रोल और गैस खरीदने के लिए लम्बी लम्बी लाइने लगी हुई है। श्री लंका में महंगाई दर 50 फीसदी के पार पहुँच चुकी है। यह पूरे दक्षिण एशिया का महंगाई का सबसे उच्च स्तर है।

जानकारी के लिए बता दें श्रीलंका की कंगाली का मुख्य कारण यह है कि श्रीलंका के पास विदेशी मुद्रा समाप्त हो चुकी है। जहाँ श्रीलंक हर साल 3 बिलियन डॉलर निर्यात करता है वही आज उसे 3 बिलियन डॉलर से अधिक रूपये का आयात करना पड़ रहा है। श्रीलंका की कंगाली के सिर्फ और सिर्फ सरकार को और उनकी गलत नीतियों को जिम्मेदार माना जा रहा है। श्रीलंका की जनता राजपक्षे सरकार और उनके परिवार को देश के इस स्थिति के लिए जिम्मेदार मानते है। जनता का कहना है कि उन्होंने अपने फायदे के लिए देश को डाव पर लगा दिया है।

श्रीलंका आर्थिक संकट (Sri Lanka Crisis) का एक मुख्य कारण कोविड-19 भी रहा है। जैसे कि आप सभी जानते है श्री लंका एक पर्यटन क्षेत्र है। यहाँ लोग दूर दूर से घूमने आते है। जो श्री लंका सरकार के लिए आय का सबसे बड़ा स्रोत रहा है। लेकिन कोरोना माहमारी फ़ैलने के कारण श्री लंका का आय का यह स्रोत बंद हो गया।

जानकारी के लिए बता दें श्रीलंका के लिए मदद के लिए भारत से गुहार लगा रहा है हालांकि भारत द्वारा श्रीलंका की मदद भी की जा रही है। इसके अलावा अन्य देश भी श्रीलंका को इस आर्थिक संकट से बाहर निकालने के लिए तत्पर है। बहुत से देश Sri Lanka को आर्थिक संकट से छुटकारा दिलाने के लिए उनकी आर्थिक रूप से और खाने की वस्तुएं निर्यात करके मदद दे रहें है।

Sri Lanka Crisis -बढ़ती महंगाई

महंगाई इतनी बढ़ गई है कि देश की जनता भूख से तड़प रही है। यहाँ पर खाने-पीने की चीजों के दाम आसमान छू रहें है। जानकारी के लिए बता दें श्रीलंका चावल का निर्यात करता है लेकिन आज परिस्थित ऐसी हो गई है कि श्रीलंका को चावल का आयात करना पड़ रहा है। श्रीलंका नारियल और नारियल तेल उत्पादक देशों में से एक है। जबकि इन दिनों नारियल तेल 600 रूपये से 1000 रूपये प्रति लीटर मिल रहा है। अनाज और दालों के दामों में तो मानों आग लगी हुई है। फल, सब्जियां, दाल, अनाज और तेल सभी चीजों की कीमत आसमान छू रहें है।

हालंकि सभी चीजों के दाल काफी हद तक बढ़ चुके है। इस समय श्री लंका इतनी भुखमरी फैली हुई है कि वहाँ जनता के भूखे मरने की नौबत आ गई है। यहाँ हम आपको बताने जा रहें है श्रीलंका में फलों की कीमत, सब्जियों की कीमत और दालों की कीमत कितने रूपये किलो है। जानिये नीचे दी गई सारणी में उपलब्ध जानकारी के माध्यम से –

श्रीलंका में फलों की कीमत

जानकारी के लिए बता दें हम आपको बताएंगे कि श्रीलंका में फलों के दाम कितने है और कौन सा फल कितने रूपये किलो है। अगर आप भी इस विषय में जानकारी प्राप्त करना चाहते है तो आप नीचे दी गई सारणी के माध्यम से जान सकते है। ये सारणी निम्न प्रकार है –

फल का नाम दाम (प्रति किलोग्राम)
संतरा1500
सेब1500
केला500 (प्रति दर्जन)
तरबूज250
पपीता350
आम750
श्रीलंका आर्थिक संकट

श्रीलंका में सब्जी की कीमत

सब्जियों के दाल पहले के मुकाबले इतने बढ़ गए है कि गरीब नागरिक सब्जी खरीदने में असमर्थ है। क्योंकि रोजगार भी बंद हो चुके है। यहाँ हम आपको बताएंगे किस सब्जी के दाम कितने हो चुके है। जानने के लिए आप नीचे दी गई सारणी में उपलब्ध जानकारी देख सकते है। ये सारणी निम्न प्रकार है –

सब्जी का नाम दाम (प्रति किलो)
आलू490
टमाटर380
प्याज220
लहसुन680
गोभी850
शिमला मिर्च850
पत्ता गोभी450
बीन्स600
श्रीलंका आर्थिक संकट

श्री लंका में दालों के भाव

दालों की कीमतों में तो मानों आग लगी हुई है। सभी तरह की दालों की कीमत आसमान छू रहे है। यहाँ हम आपको दाल के नाम के साथ-साथ उनकी कीमतों के विषय में भी जानकाई देंगे। बता दें कि खाने की सामग्रियों के दाम बढ़ने के कारण दुकानों में लूटपाट होने लगी है। भुखमरी इतनी बढ़ गई है कि लोगो को खाने-पीने तक की चीजों की चोरी करनी पड़ रही है। जानिये दाल के भाव के विषय में –

दाल के नाम दाम (रूपये प्रति किलो)
राजमा925
मूंग दाल1240
पॉप कॉर्न760
अरहर दाल890
उड़द दाल850
श्रीलंका आर्थिक संकट

श्री लंका सोने की लंका पर कर्ज

वर्ष 2018 में श्री लंका में राष्ट्रपति ने जब प्रधानमंत्री को पद से हटाया उसके बाद संवैधानिक संकट छिड़ गया। तभी से श्री लंका के हालात बिगड़ते चले गए। वर्ष 2019 वह कई धमाके हुए जिसमे सैकड़ों लोगो ने अपनी जान गवाई। इन धमाकों के बाद कोरोना माहमारी का प्रकोप बढ़ गया। हालांकि आज के समय में श्रीलंका आजाद होने के 74 साल बाद इतनी गंभीर र्थिक संकट का सामना कर रहा है। जानकारी के लिए बता दें श्रीलंका जिसे सोने की लंका के नाम से जाना जाता रहा है उसी श्रीलंका पर आज लगभग 51 अरब डॉलर का विदेशी कर्ज है।

सोने की लंका आज है कंगाली की कगार पर क्यों ?

वर्तमान में यही सवाल उठ रहा है सोने की लंका के इस हालत के जिम्मेदार आखिर कौन है ? और कैसे श्रीलंका कंगाली की कगार को पहुँच गई है। तो जानकारी के लिए बता दें कि श्री लंका की इस हालत के जिम्मेदार राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे को माना जा रहा है। उनकी कुप्रबंधन नीति के कारण ही आज श्रीलंका देशवासियों को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है।

आर्थिक संकट के कारण देश इस कदर कंगाली की कगार पर है कि देशवासियों के भूखे मरने तक की नौबत आ गई है। बिजली की कमी के कारण अस्पतालों में भर्ती मरीजों की सर्जरी जैसे ट्रीटमेंट नहीं हो पा रहें है जिसके वजह से मरीजों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ रहा है।

साथ ही बता दें कागज की कमी के कारण परीक्षाएं रद्द कर दी गई है। सभी स्कूल बंद कर दिए गए है और नौकरी पेशा लोगो को भी घर से ही काम करने की सलाह दी गई है। हालांकि देश के पास पेट्रोल डीजल आदि की भी कमी हो गयी है। सरकार के पास वाहनों तक के लिए पेट्रोल नहीं बचा है। यहाँ तक की ईंधन की कमी होने के कारण घरों में चूल्हे तक बंद हो चुके है। खाने-पीने की चीजो के दाम इतने बढ़ गए है कि दुकानों में लूटपाट होने लगी है।

श्रीलंका आर्थिक संकट (Sri Lanka Crisis)2022 से जुड़े प्रश्न/उत्तर

श्री लंका के राष्ट्रपति कौन है ?
श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे है।
रानिल विक्रमसिंघे श्रीलंका के राष्ट्रपति कब बने ?
रानिल विक्रमसिंघे दिन बुधवार, 20 जुलाई 2022 को श्रीलंका के राष्ट्रपति पद पर नियुक्त किये गए।
श्री लंका में आर्थिक संकट का कारण क्या है ?
जानकारी के लिए बता दें श्री लंका में आर्थिक संकट आने का मुख्य कारण विदेशी मुद्रा की समाप्ति है। इसके अलावा श्रीलंका पर चीन के कर्ज का भार होना। श्रीलंका को चीन से मंगाए गए सामान के बिल का भुगतान करने देरी करने पर ये बिल बढ़ता गया। यदि श्रीलंका के आर्थिक संकट का मुख्य कारण है।
भारत और श्री लंका के बीच क्या सम्बन्ध है ?
भारत और श्री लंका एक दूसरे के पड़ोसी देश है। इन दोनों दशों के सम्बन्ध 2500 साल से अधिक पुराने है।

जैसे कि इस लेख में हमने आपको श्रीलंका आर्थिक संकट (Sri Lanka Crisis) 2022 से जुडी समस्त जानकारी दी है अगर आप इन जानकारियों को के अलावा अन्य कोई भी जानकारी प्राप्त करना चाहते है तो आप नीचे दिए गए कमेंट सेक्शन में जाकर मैसेज बॉक्स में मैसेज करके पूछ सकते है। हम आपके सभी प्रश्नों के उत्तर अवश्य देंगे। आशा करते है आपको हमारे द्वारा दी गई जानकारी से सहायता मिलेगी।

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