भारत सरकार व अलग-अलग राज्यों की सरकारें देश की महिलाओं को आगे बढ़ाने के लिए लगातार अनेक प्रकार की योजनाएँ लाती रहती हैं जिससे महिलाओं को आगे बढ़ने का मौका मिले। इसी संबंध में आज हम बात करेंगे यूपी की महिला सामर्थ्य योजना के बारे में। यूपी सरकार महिला सशक्तिकरण के लिए प्रतिबद्ध है। योगी सरकार द्वारा महिलाओं की स्थिति में सुधार लाने तथा महिलाओं को रोजगार के लिए प्रोत्साहित करने के लिए UP Mahila Samarthya Yojana की शुरुवात की गयी है।
जिससे महिलाएं आत्मनिर्भर बन सके व अपने जीवन स्तर को बढ़िया बना सकें। इसके लिए राज्य सरकार ने 200 करोड़ रुपए का बजट आवंटन की घोषणा की है। हम आपको अपने आर्टिकल के माध्यम से आपको बताएंगे की महिला सामर्थ्य योजना में आवेदन किस प्रकार करते हैं तथा इसके लिए क्या-क्या आवश्यक दस्तावेज और पात्रता होती हैं।
यूपी महिला सामर्थ्य योजना
महिलाओं को आर्थिक एवं सामाजिक सुरक्षा प्रदान करने के लिए यूपी की राज्य सरकार द्वारा महिला सामर्थ्य योजना की शुरुवात की गई। इस योजना में महिलाओं को रोजगार एवं सशक्तिकरण के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। इस योजना की शुरुवात 21 फरवरी 2021 को हुई। रोजगार के साथ ही महिलाओं को स्थानीय संसाधनों के तहत होम एवं कॉटेज उद्योगों के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा।
इस योजना के लिए सरकार द्वारा 200 करोड़ का बजट आवंटन किया जाएगा। इस योजना के लिए सरकार द्वारा दो समितियों का गठन किया जाएगा जिसमें से एक होगी राज्य स्तरीय तथा दूसरी होगी जिला स्तरीय। ये दोनों कमेटियां ही पूरे कार्यभार को संभालेंगी। सबसे पहले इस योजना के अंतर्गत 200 विकासखंडो में महिला सामान्य सुविधा केंद्र खोले जाएंगे।
फिर इन केंद्रों पर महिलाओं के लिए प्रशिक्षण, सामान्य उत्पादन और प्रसंस्करण, पैकेजिंग, लेवलिंग, तकनीकी अनुसन्धान और विकास, बारकोडिंग जैसी सुविधाएं प्रदान की जाएंगी।
योजना का नाम | यूपी महिला सामर्थ्य योजना |
किसके द्वारा शुरू को गयी | मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ |
राज्य | उत्तर प्रदेश |
लाभार्थी | उत्तर प्रदेश राज्य की महिलायें |
उद्देश्य | महिलाओं को रोजगार व आत्मनिर्भर बनाना |
वर्ष | 2024 |
विभाग | महिला एवं बाल विकास विभाग, उत्तर प्रदेश |
श्रेणी | राज्य सरकार |
निर्धारित बजट | 200 करोड़ रूपए |
आधिकारिक वेबसाइट | ___________ |
यूपी महिला सामर्थ्य योजना का उद्देश्य
यूपी महिला सामर्थ्य योजना का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को आत्मनिर्भर व सशक्त करना है। इसके अंतर्गत महिलाओं को अनेक प्रकार के प्रशिक्षण दिए जाएंगे जिससे वो बाद में रोजगार प्राप्त कर सकती हैं। इस योजना के तहत महिलाओं द्वारा संचालित उद्यमों को भी सहयोग दिया जाएगा जिससे वो आगे की और अग्रसित हो। इससे महिलाओं का जीवन स्तर सुधरेगा तथा अपना जीवन आराम से यापन करेंगी।
साथ ही ऐसे उद्यमों से प्रदेश का तथा देश का विकास भी होगा। यूपी महिला सामर्थ्य योजना को हर सुविधा देने के लिए सुविधा केंद्र की 90% खर्च राज्य सरकार उठाएगी। इसमें जो कमिटी बनेगी वो जिला मजिस्ट्रेट के अध्यक्षता में बनेगी।
यूपी महिला सामर्थ्य योजना का काम कैसे होगा
इस योजना के अंतर्गत पहले चरण में 200 विकासखंडो में महिला सामान्य सुविधा केंद्र खोले जाएंगे। इन केन्द्रो में महिलाओं के लिए अलग अलग प्रकार के प्रशिक्षण जैसे सामान्य उत्पादन और प्रसंस्करण, पैकेजिंग, लेवलिंग, तकनिकी अनुसन्धान और विकास, बारकोडिंग जैसी सुविधाएं प्रदान की जाएंगी।
इस योजना को आगे बढ़ाने के लिए विभिन्न प्रकार के अभियान, सेमीनार, जागरूकता केम्प, परामर्श कार्यक्रम, प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे। इस योजना से प्रदेश में उद्योगों की संख्या भी अधिक हो जाएगी और आत्मनिर्भरता भी बढ़ जाएगी। तथा इससे राज्य की आय में भी बढ़ोतरी होगी।
यूपी महिला सामर्थ्य योजना के लाभ एवं विशेषताएँ
- महिला सामर्थ्य योजना देश भर में चल रही महिलाओं के लिए मुहिम को आगे बढ़ाते हुए उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा शुरुवात की गयी।
- यूपी सरकार द्वारा 21 फरवरी 2021 को इस योजना की शुरुवात के लिए 200 करोड़ के बजट की घोषणा की थी।
- यूपी महिला सामर्थ्य योजना के तहत यह उद्देश्य था की राज्य की महिलाएं आत्मनिर्भर बने तथा अपने आय का स्रोत स्वयं ढूंढे।
- यूपी महिला सामर्थ्य योजना महिलाओं को स्थानीय संसाधनों के तहत होम एवं कॉटेज उद्योगों के लिए प्रशिक्षण प्रदान करेगी जिससे उनके जीवन स्तर में कुछ सुधार हो सके।
- महिला सामर्थ्य योजना के लिए खोले जाने वाले सुविधा केन्द्रों की 90% खर्चा राज्य सरकार द्वारा वहन किया जाएगा।
- होम एवं कॉटेज उद्योगों के माध्यम से उत्पादित वस्तुओं को सरकार द्वारा बाज़ार में भी उतारा जाएगा। ताकि सभी महिलाएँ आसानी से अपने सामानों को बेच सके और उनकी कुछ आमदनी भी हो सके।
- राज्य सरकार द्वारा सबसे पहले 200 विकास खंडों में अपने सुविधा केंद्र खोले जाएंगे।
- इस सुविधा केन्द्रों में विभिन्न प्रकार के प्रशिक्षण प्रदान किये जाएंगे।
- इस योजना के माध्यम से महिलाओं को रोजगार के अवसरों को बड़ा दिया जाएगा जिससे महिलाएं आसानी से अपने घर का खर्चा चला सकती हैं।
- इस योजना के तहत महिलाएं अपने रुचि के हिसाब से भी प्रशिक्षण प्राप्त कर सकती हैं।
- इस योजना के लिए दो स्तरीय कमेटी बनाई जाएगी एक जिलास्तरीय और दूसरी राज्य स्तरीय।
- राज्य के इस कदम से प्रदेश की महिलाओं को काफी ज्यादा फायदा होगा।
पात्रता
- यूपी महिला सामर्थ्य योजना में केवल महिलाएं ही भाग ले सकती हैं।
- यह योजना उत्तर प्रदेश राज्य के लिए है तो इसमें केवल उत्तर प्रदेश की मूल निवासी महिलाएं ही आवेदन कर सकती हैं।
दस्तावेज
- आवेदक का आधार कार्ड
- आवेदक का मूल निवास प्रमाण पत्र
- लाभार्थी का आय प्रमाण पत्र
- आवेदक का राशन कार्ड
- आयु प्रमाण पत्र
- पासपोर्ट साइज़ फोटोग्राफ
- बैंक खाता विवरण
- मतदाता प्रमाण पत्र
- जाती प्रमाण पत्र
- मोबाइल नंबर
यूपी महिला सामर्थ्य योजना को आवेदन करने का तरीका
अगर आप भी इस योजना में भाग लेना चाहते हैं तो आपको अभी भी थोड़ी और प्रतीक्षा करनी पड़ेगी। अभी यूपी महिला सामर्थ्य योजना को केवल बजट सत्र के दौरान ही घोषणा की है। इस योजना को धरातल पर उतारने के लिए अभी शासन प्रशासन कार्यरत हैं। जैसे ही प्रक्रिया पूर्ण हो जाएगी आवेदन के लिए आवेदन पत्र जारी कर दिए जाएंगे। आवेदन पत्र निकलते ही हम अपनी वेबसाइट के माध्यम से आपको सूचित करते रहेंगे।
UP Mahila Samarthya Yojana FAQ
यूपी महिला सामर्थ्य योजना (UP Mahila Samarthya Yojana) क्या है ?
यूपी महिला सामर्थ्य योजना (UP Mahila Samarthya Yojana) का उद्देश्य क्या है ?
यूपी महिला सामर्थ्य योजना की घोषणा कब की गयी ?
यूपी महिला सामर्थ्य योजना के लिए कितने बजट की घोषणा हुई है?
यूपी महिला सामर्थ्य योजना को हम आवेदन किस प्रकार से कर सकते हैं ?