देश-विदेश के स्कूल, कॉलेज और अन्य संस्थानों पर किसी विशेष दिन पर भिन्न-भिन्न प्रकार के प्रोग्रामों का आयोजन किया जाता है। किसी मीटिंग या अन्य किसी इवेंट का जब भी आयोजन किया जाता है तो वहां पर जब किसी व्यक्ति को मुख्य अतिथि (Chief Guest) के रूप में बुलाया जाता है तो उनका स्वागत करने के लिए स्वागत भाषण दिया जाता है। यहाँ हम आपको बताएंगे मुख्य अतिथि के लिए स्वागत भाषण कैसे दिया जाता है।
स्वागत भाषण क्या है?
किसी भी समारोह में उपस्थित सभी दर्शकों और अतिथियों को सम्बोधन के माध्यम से शुरू किया जाता है। भाषण में उपस्थित सभी लोगों को सम्मान देने के लिए भाषण शुरू होने से पहले कुछ पंक्तियाँ लोगों के लिए बोली जाती है। जिसे स्वागत भाषण कहा जाता है। स्वागत भाषण में आप अलग-अलग प्रकार के सम्बोधन का प्रयोग कर सकते है। भाषण की भी अपने आप में एक अलग परिभाषा है विशेष तौर पर इसका संबोधन स्वागत या फिर विदाई समारोह के रूप में प्रयोग होता है।
भाषण तैयार करते समय ध्यान रखने योग्य बातें
भाषण देते समय आपको इन बातों का विशेष रूप से ध्यान रखना होगा।
- भाषण में किसी भी नकारात्मक शब्द का प्रयोग न करें।
- आत्मविश्वास के साथ अपना सम्बोधन शुरू करें।
- भाषण में कुछ हास्य पद और कुछ कविताएं रखें।
- कुछ जरूरी नोट्स लिख कर रखें जिससे आपको याद रहें कि आपको किन-किन बारे में बोलना है। कभी-कभी ऐसा होता है कि हम बोलते समय बाते भूल जाते है।
यह भी देखें: स्वतंत्रता दिवस पर भाषण
मुख्य अतिथि का स्वागत कैसे करें?
स्कूल के कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के स्वागत भाषण का उदाहरण देखें:
माननीय अध्यक्ष महोदय/महोदया, शिक्षकगण, और मेरे प्यारे दोस्तों,
आप सभी को मेरा नमस्कार। आज मैं [अपना नाम] हूँ, [कक्षा] कक्षा का छात्र/छात्रा। मुझे आज बहुत खुशी हो रही है कि इस [कार्यक्रम का नाम] कार्यक्रम में मुझे मंच संचालन करने का अवसर दिया गया है।
यह कार्यक्रम हमारे विद्यालय के लिए बहुत महत्वपूर्ण है और मैं आशा करता हूँ कि आप सभी इसका भरपूर आनंद लेंगे। आज हमारे बीच मुख्य अतिथि के रूप में पधारे हैं [मुख्य अतिथि का नाम], [पद/विवरण]। [मुख्य अतिथि का संक्षिप्त परिचय]। [मुख्य अतिथि के आगमन पर तालियों से स्वागत करने का आग्रह]। [मुख्य अतिथि को मंच पर आमंत्रित करने का अनुरोध]। [मुख्य अतिथि द्वारा दीप प्रज्वलन और पुष्पांजलि अर्पण]। [मुख्य अतिथि के लिए कुछ पंक्तियां]।
अब मैं आपसे विनती करता हूँ कि आप [कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण] कार्यक्रम का शुभारंभ करें।
[मुख्य अतिथि द्वारा कार्यक्रम का शुभारंभ]।
इसके बाद, हम [कार्यक्रम के अन्य कार्यक्रमों] का आनंद लेंगे।
मुझे विश्वास है कि यह कार्यक्रम आप सभी के लिए यादगार होगा।
धन्यवाद।
अतिथि स्वागत भाषण कैसे देते हैं
- सबसे पहले बोले – मैं सम्माननीय मंच को नमन करता हूँ। यह बहुत कम लोग बोलते है। अगर आप ऐसा बोलेंगे तो सामने वाले को ऐसा ही लगेगा की आपको अनुभव है।
- उसके बाद – हमारे परम आदरणीय महोदय क्योंकि जो कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहा होता है वह सबसे प्रमुख होता है। उसके बाद – हम सभी के चहेते व समाज के लोक प्रिय माननीय मुख्य अतिथि जी – ऐसा बोलेंगे तो उनको अच्छा लगेगा।
- इस कार्यक्रम को विशिष्टता प्रदान कर रहें विशिष्ट अतिथि जी व इस कार्यक्रम के महत्वपूर्ण अंग हमारे दर्शक आप सभी को मैं हार्दिक नमन करता हूँ। आपका अभिनंदन करता हूँ। आपको सादर वंदन करता हूँ।
- उसके बाद सम्बोधन के साथ ही वक्ता को भाषण के विषय पर आ जाना चाहिए। भाषण बोलने से पहले भाषण बोलने के अवसर मिलने के लिए धन्यवाद बोलना चाहिए। और उसके बाद अपने भाषण का विषय बताते हुए कहें कि आज मैं इस विषय पर भाषण देने जा रहा हूँ। उसके बाद आपने भाषण में बीच-बीच में शायरियां बोले।
भाषण की शुरुआत की शायरी
अगर आप भी किसी प्रोग्राम में मुख्य अतिथि के स्वागत में भाषण देना चाहते है आप इन शायरी से अपने भाषण की शुरुआत कर सकते है। यहाँ हम आपको नीचे दी गई सारणी के माध्यम से कुछ शायरी उपलब्ध कराने जा रहें है। ये सारणी निम्न प्रकार है –
अच्छे भाषण के लिए शब्द |
खुशियों के सागर के पार आ गए लगता है मेरे गले के हार आ गए करतल ध्वनि से गुंजा दो प्रांगण को आज की खुशियों के सूत्रधार आ गए। |
हार को जीत की एक दुआ मिल गई तपन मौसम में एक ठंडी हवा मिल गई आप आये श्री मान जी यूँ लगा जैसे तकलीफ को कुछ दवा मिल गई। |
आपका स्वागत करने हम सब मिलकर आये है, चेहरे पर मुस्कान और हाथों में फूलो की माला लाये है। |
वो खुद ही नाप लेते है बुलंदी आसमानों की, परिंदों को नहीं तालीम दी जाती उड़ानों की, महकना और महकाना तो काम है खुशबू का खुशबू नहीं मौहताज होती कद्रदान होती। |
स्वागत भाषण का नमूना
यहाँ हम आपको चीफ गेस्ट के लिए वेलकम स्पीच (Welcome Speech for Chief Guest) कैसे दें इसके बारे में कुछ उदाहरण के माध्यम से बताने जा रहें है। ये उदाहरण निम्न प्रकार है –
1. वार्षिकोत्स्व पर मुख्य अतिथि के लिए स्वागत भाषण
चंदन की खुशबू चौखट पर बिछाते है,
पवित्र भाव से ख़ुशी के दीप जलाते है,
मेरे अतिथि आये है आज भगवान बनकर,
हमारे भगवान हो ह्रदय से तिलक लगाते है।
माननीय मुख्य अतिथि जी, अध्यक्ष महोदया, सम्मानित शिक्षकगण, और मेरे प्यारे दोस्तों आप सभी को मेरा नमस्कार।
मैं_____ कक्षा 12 वीं की छात्रा हूँ। मुझे आज बहुत ही हर्ष महसूस हो रहा है कि इस वार्षिकोत्सव में मुझे एंकरिंग करने का मौका दिया गया है। यह एक कठिन कार्य है परन्तु इन कठिन कार्यों को धीरे-धीरे इस विद्यालय से सीखकर हम अपने भविष्य में अग्रसर हुए है। मुझे बेहद ख़ुशी महसूस होती है। जब में यह सोचती हूँ कि इस विद्यालय में मुझे अध्ययन करने का अवसर प्राप्त हुआ है। विद्यालय की प्रगति से पूरा जिला परिचित है। यहाँ कि शिक्षण सम्बंधित गतिविधियां साथ ही साथ पढ़ाई के माहौल को देखकर अभिभावक बेहद खुश हो जाते है।
अब मैं आपको यह बताना चाहूंगा कि इस वार्षिकोत्स्व की संध्या में हमारे विद्यालय में मुख्य अतिथि के रूप में हमारे जिले के माननीय सांसद जी उपस्थित है। उनके सम्मान में कुछ लाइनें कहना चाहूंगा कि –
ईश्वर ने भी कीमती रत्न,
गिनती के ही बनाये है,
उन रत्नो में सबसे कीमती,
आज हमारे बीच में आये है।
मैं आप सभी से विनम्र निवेदन करूंगा कि जब वह इस मंच पर उपस्थित हो तो आप सभी अपने स्थान पर खड़े होकर उनका तालियों से स्वागत करें। अब मैं हमारे माननीय अतिथि जी से विनती करूंगा कि वे माननीय माँ शारदा की प्रतिमा के सामने दीप प्रज्वलित करें। और साथ ही साथ पुष्प अर्पित करें। और अब मैं अपनी वाणी को विराम देते हुए माननीय अतिथि जी के स्वागत में यही कहना चाहूंगा कि –
दिल का सुकून मिलता है मुस्कुराने से,
दिल का सुकून मिलता है मुस्कराने से,
महफ़िल में रौनक आ गई श्रीमान आपके आने से।
धन्यवाद !
2. Welcome Speech in Hindi
खुशियां नग्मे बिखेर रही है
दबे दबे पाँव से कुछ कह रही है
आज दिन कुछ ख़ास है
पधारे आज प्रांगण में ख़ास मेहमान आये है
तालियों के साथ स्वागत करो इनका
क्योंकि यह हमारी महफ़िल की जान है।
माननीय प्रधानाचार्य जी, महोदया जी और पधारे गए अतिथि गण का सादर अभिनंदन।
आज इस दिन की सब को हार्दिक शुभकामनाएं देती हूँ और इस शुभ दिन पर मुझे अपने विचार प्रकट करने का अवसर देने के लिए मैं आप सभी का तहे दिल से शुक्रिया अदा करती हूँ।
जिस दिन से इस विद्यालय की नींव रखी गई थी तब से ही शिक्षा का बेहतरीन संचार और व्यावहारिक परीक्षण का सामंजस्य और अन्य कलाओ को ध्यान में रखा गया है और स्पोर्ट्स को तो विशेष महत्व दिया गया है। ताकि बच्चे जिस भी क्षेत्र में अपनी कला को बिखेरना चाहते है वे उस क्षेत्र में जा सकते है। इतना ही नहीं गुरु के सानिध्य में ज्ञान का निरंतर और सतत विकास होता रहा है ताकि इस विद्यालय के विद्यार्थी सक्षम नागरिक बन के उभरे। इसलिए यह विद्यालय एक शिक्षित समाज की नींव रखने की पाठशाला है। मैं कहना चाहूंगी कि-
हम तो कोरे कागज़ थे, किनारा आपने दिखाया,
हर एक फूल को पल्वित आपने बनाया,
यह सिर्फ पाठशाला नहीं शिक्षा का मंदिर है
यहाँ हर एक फूल का अपना अलग ही अस्तित्व है।
अब सरस्वती पूजन और दीप प्रज्वलन के लिए मैं आज के मुख्य अतिथि सर को मंच पर आमंत्रित करती हूँ और सब विद्यार्थी से निवेदन करती हूँ कि वो अपने स्थान पर खरे होकर माननीय मुख्य अतिथि का जोरदार तालियों से स्वागत करें।
क्या तारीफ़ करूं मैं सर आपकी, अल्फाज भी कम पड़ जाएंगे आपकी उपलब्धि को बताने लगी तो सुबह से शाम हो जाएगी। बस इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी वाणी को विराम देती हूँ –
न समुन्द्र में मोती सदा खिलते है,
न हर मंजर में दीप सदा जलते है,
पर जिनके खिलने से समस्त उपवन खिल उठे,
ऐसे पुष्प उपवन में सर्दियों बाद ही खिलते है।
Welcome Speech FAQ
अतिथिगण कब स्वागत कैसे करें?
स्वागत भाषण की शुरुआत किन शब्दों से करनी चाहिए?
मुख्य अतिथि कौन है?