झारखंड के रहने वाले छोटू की कहानी एक प्रेरणादायक कहानी है। छोटू एक दिव्यांग है, लेकिन उसने तीन शादियां की हैं। उसकी तीनों बीवियां भी कमाती हैं और अपनी सारी कमाई पति को लाकर दे देती हैं। इसके बाद छोटू तीनों को बराबर सैलरी भी देता है।
छोटू की कहानी सोशल मीडिया पर वायरल हो गई है। लोगों को छोटू की जिंदगी से प्रेरणा मिली है। कई लोगों ने तो यह भी कहा कि कमाई के साथ ही लव लाइफ में भी छोटू उनसे बेहतर है। तो चलिए आज जानते हैं इस भिखारी के जीवन के बारे में…..
छोटू की कहानी, दिव्यांग भिखारी होकर लाखों रूपए कमाए
छोटू बचपन से दिव्यांग था। वह ठीक से चल-फिर नहीं सकता था। इस वजह से वह पढ़ाई नहीं कर पाया और नौकरी भी नहीं मिल सकी। छोटू ने कुछ सालों तक भिक्षा मांगकर गुजारा किया। लेकिन फिर उसने सोचा कि इस तरह से तो वह अपनी जिंदगी नहीं गुजार सकता। उसने कुछ काम ढूंढने की कोशिश की, लेकिन उसे कोई नौकरी नहीं मिली।
एक दिन छोटू ने सोचा कि क्यों न वह खुद का काम शुरू करे। उसने एक छोटी सी दुकान खोली और उसमें फल और सब्जियां बेचने लगा। छोटू की दुकान पर लोगों का खूब आना-जाना होता था। लोग उसकी मेहनत और ईमानदारी से प्रभावित होते थे।
छोटू की मेहनत से उसकी दुकान चल निकली। उसे अच्छा खासा मुनाफा होने लगा। छोटू ने अपनी कमाई से एक छोटा सा घर भी खरीद लिया। छोटू की मेहनत और ईमानदारी से उसकी तीन महिलाओं ने भी प्रभावित हुईं। उन्होंने छोटू से शादी कर ली। छोटू की तीनों बीवियां भी कमाती हैं और अपनी सारी कमाई पति को लाकर दे देती हैं। इसके बाद छोटू तीनों को बराबर सैलरी भी देता है।
छोटू की कहानी एक प्रेरणादायक कहानी है। यह बताती है कि अगर इंसान मेहनती हो और ईमानदारी से काम करे तो उसे सफलता जरूर मिलती है।
छोटू की ‘रईस’ लाइफ, तीन बीवियां संभालता है
छोटू अब एक रईस भिखारी बन गया है। उसकी तीनों बीवियां भी कमाती हैं। छोटू की कुल आय लाखों में है। वह अपने परिवार के साथ खुशहाल जीवन जी रहा है।
छोटू की कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि इंसान को कभी भी हार नहीं माननी चाहिए। चाहे कितनी भी मुश्किलें आएं, इंसान को मेहनत और लगन से काम करना चाहिए। सफलता जरूर मिलेगी।