जैसा की आप सभी जानते है हिन्दू धर्म के लोगो के लिए सावन का महीना बहुत ही पावन महीना है। इस महीने में बहुत से लोग कावड़ यात्रा पर जाते है। भगवान शिव की भक्ति में चूर होकर कावड़िये कावड़ लेकर हरिद्वार पूरा महादेव पर जाते है और जल अभिषेक करते है। क्या आप जानते है कावड़ यात्रा क्या है ? सावन में शिव भक्त क्या क्या करते है और कावड़ यात्रा क्यों लेकर जाते है ? कावड़ यात्रा (Kanwar Yatra 2022) का इतिहास क्या है ? और कावड़ यात्रा का क्या महत्व है ?
इन सभी के विषय हम आपको आगे दी गई जानकारी में सूचित करने जा रहें है। कावड़ यात्रा 2022 से जुडी अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए इस लेख में दी गई जानकारियों को ध्यानपूर्वक अंत तक पढ़िए –
Kanwar Yatra 2022 क्या है ?
कांवर यात्रा (कावड़ यात्रा) शिव के भक्तों की एक वार्षिक तीर्थ यात्रा है, जिसे उत्तराखंड के हरिद्वार, गौमुख और गंगोत्री के हिंदू तीर्थ स्थानों में गंगा नदी के पवित्र जल को लाने के लिए कांवरिया (कावड़िया) के रूप में जाना जाता है। त्योहार मानसून माह श्रावण (जुलाई-अगस्त) के दौरान चलते हैं।जैसा की आप सभी जानते है सावन का महीना चल रहा है। यह महीना शिव भक्ति के लिए बहुत ही पावन महीना होता है। वैसे तो भगवान् शिव की आराधना सभी दिनों में की जा सकती है लेकिन सावन का महीना शिव जी की आराधना के लिए अत्यधिक पावन माना जाता है।
इस महीने में शिव भक्त कावड़ यात्रा निकालते है। कावड़ यात्रा का आयोजन हर साल किया जाता है। लेकिन पिछले दो सालो से कोरोना महामारी के कारण कावड़ यात्रा (Kanwar Yatra 2022) पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। लेकिन इस बार फिर से कावड़ यात्रा का आयोजन किया जा रहा है। इस बार भी पहले की तरह लाखों की संख्या में कावड़िये जल से भरी कावड़ लेकर जा रहें है।
सावन में शिवभक्त क्यों करते हैं कांवड़ यात्रा ?
प्रत्येक वर्ष सावन महीने में लाखो की संख्या बहुत से लोग दूर-दूर से कावड़ लेकर हरिद्वार जाते है। कावड़िये वहां से गंगा नदी के जल से भरी कावड़ लेकर पैदल यात्रा, डाक कावड़ करके अपने घर वापस लौटते है। इस यात्रा को की कावड़ यात्रा कहा जाता है। जो गंगा जल कावड़िये लेकर आते है उस गंगा जल से अपने पास के शिव मंदिरों में शिव जी का अभिषेक किया जाता है।
वैसे तो यह एक धार्मिक कार्यक्रम है लेकिन इसकी सामाजिक मान्यता भी बहुत अधिक है। सावन महीने की इस कावड़ यात्रा में गंगा जल से भरी कावड़ लेकर आना और शिव भक्ति करते हुए पैदल कावड़ लेकर जाना यह शिव भक्तो का महादेव के प्रति केवल श्रद्धा भाव है।
Kanwar Yatra 2022 Highlights
उम्मीदवार ध्यान दें यहाँ हम आपको Sawan Ki Kanwar Yaatra 2022 से संबंधित कुछ विशेष जानकारी देने जा रहें है। इन जानकारियों को आप नीचे दी गई सारणी के माध्यम से प्राप्त कर सकते है। ये सारणी निम्न प्रकार है –
आर्टिकल का नाम | सावन में शिवभक्त क्यों करते हैं कांवड़ यात्रा, जानें इसका इतिहास और महत्व |
साल | 2022 |
यात्रा का नाम | Kanwar Yatra |
लाभार्थी | शिव भक्त (कावड़ यात्रा पर जाने वाले) |
आधिकारिक वेबसाइट | यहाँ क्लिक करें |
क्या है कावड़ यात्रा का इतिहास ?
सतयुग में, जब देवताओं और राक्षसों ने समुद्र मंथन किया तभी उनमें से निकलने वाले रत्नों में पहले विष निकला जिसे भगवान शिव ने अपने कंठ में ही रोक लिया था। कंठ में विष रोकने के कारण भगवान शिव के के अंदर इतनी अत्यधिक गर्मी पैदा हो गयी थी की वह गर्मी से व्याकुल हो उठे थे।
भगवान् शिव की ऐसी अवस्था को देखकर अन्य देवी देवता भी परेशान हो गए और भगवान् शिव को शांत करने के लिए उन्होंने कावड़ के जरिये पवित्र नदियों से जल लाकर उनका जलाभिषेक करना शुरू कर दिए। जलाभिषेक करने से भगवां शिव शांत हो गए। ऐसा माना जाता है तभी से कावड़ यात्रा की शुरुआत हो गई थी।
कावड़ यात्रा का धार्मिक महत्व
धार्मिक दृष्टि से देखा जाए तो मानव ने अपने स्वार्थी भाग्य से शिव को क्रोधित किया है। हालांकि कावड़ यात्रा का आयोजन करना एक बहुत ही अच्छी बात है। लेकिन शिव को प्रसन्न करने के लिए कावड़ यात्रा का आयोजन करने वाले शिव भक्तो को इसके महत्व को भी समझना चाहिए और ध्यान देना चाहिए। कावड़ यात्रा के माध्यम से यह सन्देश दिया जाता है की जिस भगवान् शिव जी की आप आराधना कर रहें है और जीवनदायिनी नदियों के जल से उनका अभिषेक कर रहें है असल में वह भगवान शिव ही संसार का दूसरा रूप है।
जैसा की आप सभी जानते है कावड़ धार्मिक मान्यताओं के साथ-साथ सामाजिक सरोकारों द्वारा तैयार की गई कावड़ यात्रा वास्तव में जल की बचत करने पर जोर देती है। हालांकि कावड़ यात्रा का महत्व भी तभी समझा जाएगा जब आप जल की बचत करना शुरू कर देंगे , साथ ही नदियों के जल से अपने खेतो में सिंचाई करेंगे और जहाँ आप रहते है वहाँ पर उपलब्ध पशु-पक्षियों को जल उपलब्ध कराएंगे। इसी प्रकार भगवान् शिव प्रसन्न होंगे।
Kanwar Yatra 2022 के नियम
उम्मीदवार ध्यान दें यहाँ हम आपको कावड़ यात्रा के नियमो के विषय में जानकारी देने जा रहें है। इन नियमो के बारे में आप नीचे दिए गए बिंदुओं के माध्यम से जानकारी प्राप्त कर सकते है। ये नियम निम्न प्रकार है –
- यदि कावड़िये के कंधे पर कावड़ है तो वह जल ग्रहण नहीं कर सकते है, अगर वे जल ग्रहण करते है तो ऐसी स्थिति में गंगा जल झूठा माना जाएगा।
- यात्रा के दौरान कावड़ कभी भी जमीन पर नहीं रखनी चाहिए। यदि कावड़ जमीन पर रख दी जाती है तो वह खंडित मानी जाती है। इसलिए कावड़ हमेशा कंधे पर ही रखी जानी चाहिए।
- कावड़िये शिवलिंग पर गंगा जल चढ़ाये बिना घर नहीं जा सकते है शिवलिंग पर जल चढाने के बाद ही कावड़िये घर जा सकते है।
- कावड़िये व्रत का पालन करते है। कावड़ यात्रा के दौरान अन्न और नमक का सेवन नहीं किया जाता है।
- इसके अलावा कावड़िये एक दूसरे को भोले नाम से ही पुकारते है।
- यदि कोई कावड़ यात्रा मन्नत पूरी होने पर कर रहे है तो उन्हें कावड़ यात्रा नंगे पाँव करनी होती है।
- कावड़ हमेशा बांस की बनी होनी चाहिए क्योंकि बांस को शुद्ध माना जाता है।
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कावड़ यात्रा के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कैसे करें ?
वे इच्छुक उम्मीदवार जो कावड़ यात्रा 2022 के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करना चाहते है यहाँ हम उन उम्मीदवार लोगो के लिए कावड़ यात्रा पर जाने के लिए रजिस्ट्रेशन करने की प्रोसेस कुछ आसान से स्टेप्स के माध्यम से बताने जा रहें है। इन स्टेप्स को फॉलो करके आप आसानी से Kanwar Yatra 2022 Registration कर सकते है। जानिए क्या है पूरी प्रक्रिया –
- Kanwar Yatra 2022 Registration करने के लिए उम्मीदवार सबसे पहले आधिकारिक वेबसाइट पर जाएँ।
- उसके बाद आपकी स्क्रीन पर वेबसाइट का होम पेज खुल जाएगा।
- होम पेज पर आपको Click Here For Kanwad Yatra Registration का लिंक दिखाई देगा, आपको इस लिंक पर क्लिक करना होगा।
- क्लिक करते ही आपकी स्क्रीन पर एक फॉर्म खुल जायेगा। जैसा की नीचे दिए गए चित्र में दिखाया गया है –
- यहाँ आपको पंजीकरण करने के लिए अपना मोबाइल नंबर दर्ज करना होगा।
- उसके बाद आपको Register के बटन पर क्लिक करना होगा।
- इसके बाद आपके मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी आएगा, आपको ओटीपी एंटर करना होगा।
- उसके बाद आपको Authenticate के बटन पर क्लिक करना होगा।
- इसके बाद आपकी स्क्रीन पर कावड़ यात्रा रजिस्ट्रेशन फॉर्म खुलकर आएगा। जैसा की नीचे दिए गए चित्र में दिखाया गया है –
- फॉर्म में आपको बेसिक डिटेल्स जैसे – नाम, पिता का नाम, आधार नंबर/वोटर आईडी/पैन कार्ड नंबर दर्ज करना होगा।
- उसके बाद आपको एड्रेस डिटेल्स जैसे – एड्रेस भरकर ड्राप लिस्ट में से अपना राज्य, जिला और पुलिस स्टेशन सलेक्ट करना होगा।
- इसके बाद एमर्जेन्सी कांटेक्ट डिटेल्स जैसे – एमर्जेन्सी कांटेक्ट नाम और एमर्जेन्सी कांटेक्ट नंबर दर्ज करें।
- अब आपको ट्रेवल डिटेल्स दर्ज करनी होंगी जैसे – जाने की तिथि और आने की तिथि, ड्राप लिस्ट में से सिंगल या ग्रुप अपनी आवश्यकतानुसार चयन करें। ग्रुप में सदस्यों की संख्या।
- इसके बाद आपको ड्राप लिस्ट में से ट्रांसपोर्ट मोड़ जैसे बस, कार आदि जिस भी साधन से आप जा रहें है उसका चयन करके उस वाहन का नंबर दर्ज करें।
- इसके बाद आपको Register के बटन पर क्लिक कर देना है।
- इस प्रकार आपकी कावड़ यात्रा रजिस्ट्रेशन करने की प्रोसेस पूरी हो जाती है।
- अब आप इसका प्रिंटआउट लेकर अपने पास सुरक्षित रख सकते है। अगर आपसे रजिस्ट्रेशन दिखाने को कहा जाता है तो आप ये प्रिंटआउट दिखा सकते है।
Kanwar Yatra 2022 से संबंधित कुछ प्रश्न और उत्तर
हेल्पलाइन नंबर Kanwar Yatra 2022
इस लेख में हमने आपको Kanwar Yatra 2022 और सावन में शिवभक्त क्यों करते हैं कांवड़ यात्रा, जानें इसका इतिहास और महत्व से जुडी समस्त जानकारी प्रदान की है। अगर आपको इन जानकारियों के अलावा कोई अन्य जानकारी चाहिए तो आप आधिकारिक वेबसाइट पर विजिट कर सकते है। इसके अतिरिक्त आप नीचे दिए गए कमेंट सेक्शन में जाकर मैसेज करके पूछ सकते है। आपके सभी प्रश्नो के उत्तर दिए जायेंगे। आशा करते है आपको हमारे द्वारा दी गई जानकारी से सहायता मिलेगी।