Surekha Yadav: एशिया की पहली महिला ट्रेन ड्राइवर हैं! जीवन परिचय

आज के इस लेख में हम बात करेंगे सुरेखा यादव (Surekha Yadav) के विषय में। क्या आप जानते है सुरेख यादव कौन है ? सुरेखा यादव वह महिला है जो एशिया की प्रथम ट्रेन ड्राइवर चालक बनी थी। दरअसल सुरेखा ट्रेन ड्राइवर नहीं बनना चाहती थी, वह तो एक शिक्षिका बनने के सपने देखा करती थी। लेकिन उनका प्लान ऐसे बदला की वह अपना शिक्षिका बनने का सपना छोड़कर ट्रेन ड्राइवर बन गई।

Surekha Yadav Asia Ki pehli train driver
एशिया की पहली महिला ट्रेन ड्राइवर ! Surekha Yadav

यहाँ हम आपको बताएंगे सुरेखा यादव (Surekha Yadav) का जीवन परिचय, उनका सपना, व्यवसायिक जीवन, निजी जीवन आदि कैसा रहा। इन सभी के विषय में हम आपको विस्तारपूर्वक जानकारी देंगे। सुरेखा यादव से जुडी अधिक जानकारी के लिए इस लेख को ध्यानपूर्वक अंत तक पढ़िए –

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Surekha Yadav का जीवन परिचय

सुरेखा यादव का जन्म महाराष्ट्र राज्य के सतारा में 2 सितम्बर वर्ष 1965 को हुआ था। इनकी माता का नाम सोनाबाई और पिता जी का नाम रामचंद्र भोसले था। इनके पिता जी पेशे से एक किसान थे। सुरेखा अपने भाई और बहनों में सबसे बड़ी थी। सुरेख ने अपनी प्राइमरी एजुकेशन सेंट पॉल कान्वेंट स्कूल, सतारा से प्राप्त की। अपनी स्कूल की शिक्षा पूरी करने के बाद उन्होंने व्यवसायिक परीक्षण में एडमिशन लिया और ऊके बाद इलेक्ट्रिकल इंजिनीरिंग करके डिप्लोमा प्राप्त किया। सुरेख अध्यापिका बनना चाहती थी। परन्तु बाद में उनकी रह बदल गई और वे रेलवे में नौकरी करने लगी।

सुरेखा यादव से जुडी कुछ सामान्य जानकारी

यहाँ हम आपको सुरेखा यादव के जीवन से जुडी कुछ सामान्य जानकारी प्रदान करने जा रहें है। इन जानकारियों के माध्यम से आप एशिया की पहली महिला ट्रेन ड्राइवर बनने वाली सुरेखा यादव के बारे में जान सकते है। ये जानकारी नीचे दी गई सारणी में उपलब्ध कराई गई है। ये सारणी निम्न प्रकार है –

नाम सुरेखा यादव
जन्म तिथि 2 सितम्बर वर्ष 1965
जन्म स्थानमहाराष्ट्र, सतारा
माता का नामसोनाबाई
पिता का नामरामचंद्र भोसले
पति का नामशंकर यादव
संतानदो बेटे
पेशामहिला ट्रेन ड्राइवर
Surekha Yadav

सुरेखा यादव का सपना

जैसे की हर लड़की अपने करियर और भविष्य को लेकर सपना होता है इसी प्रकार सुरेखा यादव ने भी सपना था। हालांकि जब उनका सपना ड्राइवर बनने का नहीं था बल्कि उस समय वे अध्यापिका बनना चाहती है। जानकारी के लिए बता दें अपने अध्यापिका बनने के सपने को पूरा करने के लिए उन्होंने बीएड करने की योजना भी बनाई थी लेकिन फिर उनका मन बदल गया और उसके बाद उन्होंने रेलवे लाइन को चुना।

सुरेखा यादव का व्यवसायिक जीवन

जानकारी के लिए बता दें सुरेखा यादव ने अपने व्यवसायिक जीवन की शुरुआत मालगाड़ी के ड्राइव के रूप में की थी। समय के साथ-साथ वे ट्रेन चलाने में एक्सपर्ट हो गई थी। साल 2000 में इनका प्रमोशन कर दिया गया था। साल 2011 में सुरेखा यादव को पायलेट बना दिया गया। इसके बाद महिला दिवस के अवसर पर सुरेखा यादव को एशिया की प्रथम महिला ट्रेन ड्राइवर के खिताब से सम्मानित किया गया। उन्होंने पुणे के सबसे खतरनाक रुट डेक्कन क्वीन से सीएसटी रुट पर ट्रेन ड्राइविंग की है। इस रुट को पुणे का अत्यधिक खतरनाक रुट माना जाता है।

Surekha Yadav Personal Life

वर्ष 1990 में सुरेखा का विवाह शंकर यादव के साथ कर दिया गया। सुरेखा यादव का पति महाराष्ट्र सरकार में एक पुलिस निरीक्षक थे। उनके दो पुत्र थे जिनके नाम अजिंक्य और अजितेश है। अजिंक्य का जन्म 1991 में और अजितेश का जन्म 1994 में हुआ था। इनके दोनों पुत्रों ने अपनी इंजीनियरिंग की शिक्षा मुंबई विश्वविद्यालय से पूरी की। हालांकि शंकर यादव अपने बेटो के काम में उनका अत्यधिक समर्थन करते है।

रेलवे में नौकरी करने का सफर

बचपन से ही सुरेखा को टेक्निकल बैकग्राउंड और ट्रेनों का शौंक था। हालांकि उन्होंने पायलट के पद के लिए फॉर्म भी भरा। जब सुरेखा परीक्षा देने पहुँची तो वह परीक्षा हॉल में जाकर हैरान हो गई क्योंकि वह सम्पूर्ण परीक्षा क्षेत्र में अकेली महिला दिखाई दे रही थी। ऐसा इसलिए था क्योंकि इस पद के लिए सुरेखा से पहले किसी भी महिला ने ट्रेन ड्राइवर पद के लिए आवेदन नहीं किया था। 1986 में उन्होंने पायलट पद के लिए रेलवे विभाग की लिखित परीक्षा दी।

परीक्षा में सुरेख पास हो गई और उसके बाद उन्होंने इंटरव्यू दिया। सुरेखा ने इंटरव्यू भी पास कर लिया। इंटरव्यू होने के बाद सुरेखा को 6 महीने की ट्रेनिंग दी गई। ट्रेनिंग पूरी होने के बाद वर्ष 1989 में उन्हें नियमित सहायक ड्राइवर के पद पर नियुक्त कर लिया गया। जानकारी के लिए बता दें सुरेखा ने रेलगाड़ी से लेकर मालगाड़ी तक चलाई। उन्हें जो भी काम सौंपा गया उन्होंने वह काम बखूबी किया।

Surekha Yadav से सम्बंधित कुछ प्रश्न और उनके उत्तर

सुरेखा यादव के कितने बच्चे है ?
Surekha Yadav के दो लड़के है एक का नाम – अजिंक्य और दूसरे का नाम अजितेश है।
Surekha Yadav के पति का क्या नाम है ?
सुरेखा के पति का नाम शंकर यादव है।
Surekha का विवाह कब हुआ ?
सुरेखा का विवाह वर्ष 1990 में हुआ था।
सुरेखा यादव का जन्म कब और कहाँ हुआ ?
सुरेखा यादव का जन्म महाराष्ट्र के सतारा में 2 सितम्बर वर्ष 1965 को हुआ।

जैसे की इस लेख में हमने आपको एशिया की पहली महिला ट्रेन ड्राइवर – सुरेखा यादव (Surekha Yadav) से जुडी समस्त जानकारी प्रदान की है, अगर आपको इन जानकारियों के अलावा को अन्य जानकारी चाहिए तो आप नीचे दिए गए कमेंट सेक्शन में जाकर मैसेज कर सकते है। आशा करते है आपको हमारे इस लेख के माध्यम से सुरेखा यादव के बारे में अच्छी जानकारी प्राप्त होगी।

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